CG Crime news: मां ने की थी पुलिस शिकायत
बता दें कि अंतागढ़ थाना के केसोकोड़ी गांव की सनोती बाई पद्दा ने अपनी बेटी अमृता के गुम होने की रिपोर्ट लिखाई थी। अमृता जल जीवन मिशन के तहत आमाबेड़ा में काम करती थी। 9 नवंबर को घर लौटने की बात कही थी। कुछ दिन बाद भी वह घर नहीं लौटी। फोन बंद आता रहा। इसके बाद परिजनों ने पुलिस से संपर्क किया।
सामने आई ये बात
CG Crime News: प्रारंभिक जांच में पता चला कि अमृता के सहकर्मी नागेश कोमरा ने उसे 8 नवंबर को कलगांव मोड़ के पास छोड़ने की बात कही थी। इसके बाद से ही अमृता का कोई सुराग नहीं मिला था। मामला गुमशुदगी के रूप में दर्ज किया गया। पुलिस ने मामले की गंभीरता भांपते हुए जांच तेज कर दी। नागेश से पूछताछ में पता चला कि वे और अमृता एक-दूसरे से प्रेम करते थे। अमृता तीन महीने की गर्भवती थी। नागेश को जब अमृता की गर्भवती होने की जानकारी मिली, तो 8 नवंबर को वह उसे अपनी बाइक पर बिठाकर आमाबेड़ा से अंतागढ़ लाया। अपनी बहन उर्मिला मंडावी के किराए के मकान में रखा था। नागेश ने बताया कि 9 नवंबर को उसने अमृता को गर्भपात की दवा दी। इसके बाद अमृता की हालत बिगड़ गई।
गड्ढा खोदकर दफना दी लाश
10 नवंबर को उर्मिला ने नागेश को फोन करके बताया कि अमृता बेहोश हो गई है। नागेश जब मौके पर पहुंचा, तो पाया कि अमृता की मौत हो चुकी थी। इसके बाद नागेश ने अपने गांव कोदागांव में सागौन प्लॉट में एक गड्ढा खोदकर अमृता का शव दफनाने का फैसला किया। नागेश ने अपनी दीदी के मकान से शव को लेकर कंधे पर उठाया और बाइक में डालकर सागौन प्लांट ले आया। यहां गड्ढा खोदकर उसकी कब्र बना दी। नागेश की निशानदेही पर पुलिस ने शव को निकालकर विधिवत पहचान कराई। आरोपी को जेल भेज दिया है।