ग्रामीण कन्हैया मानिकपुरी ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से
भालू गांव में आ जाता है और घरों के दरवाजे खिड़की को तोड़कर घुस जाता है और घर में रखें खाद्य सामग्री को चट कर लेता है। कई घरों के दरवाजे को नुकसान पहुंचा दिया है। सुबह होने पर जंगल की ओर चला जाता है।
वहीं ग्राम सारवंडी में बंदरों ने आतंक मचा रखा हैं। घर की बड़ी में लगाए गए सब्जी, पौधों को नुकसान पहुंचा रहा है। घरों के छप्पर को तोड़फोड़ कर तहस-नस कर दिया है। ग्रामीणों ने कहा कि भालू और बंदरों से परेशान हैं। विभाग के कर्मचारियों से निवेदन है कि जल्द जाली लगाकर या कोई उपाय करें ताकि हम भय मुक्त हो।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले
कांकेर नगर और आसपास के गांवों में तेंदुओं और भालुओं की आमद बढ़ी है। कभी भालू शहर में लोगों के घर, भगवान के मंदिर, यहां तक होटलों में घुस जाता है, तो कभी आसपास के गांवों में तेंदुआ मॉर्निंग-इवनिंग वॉक करता दिख जाता है। हिंसक जानवरों की धमक बढ़ने से इलाके में दहशत भी बढ़ी है। ऐसे में लोगों ने सुरक्षा के लिए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मदद की गुहार लगाई थी। ग्रामीणों ने वन विभाग की गश्त तेज करने की मांग भी की थी।