CG News: अन्तागढ ब्लॉक के लोगों को इसका लाभ मिलना चाहिए: भोजराज नाग
बैठक में रावघाट संघर्ष समिति और रावघाट विकास समिति के सदस्यों के अलावा ताडोकी, बोंदानार, अंतागढ़ के लोग मौजूद रहे। रावघाट क्षेत्र में अस्सी फीसदी हिस्सा अंतागढ़ ब्लॉक का होने के बावजूद ब्लॉक के प्रभावितों की अनदेखी को लेकर चर्चा की गई। बैठक में रावघाट क्षेत्र में नई नई समिति बनाकर अपना अधिकार बताना और आपस में मतभेद पैदा करने जैसे विषयों पर चर्चा की गई। बैठक में विधायक विक्रम देव उसेंडी ने बताया 2010 में रावघाट क्षेत्र का प्रशासन द्वारा नक्सा बनाया गया था जिसमें कोन से गांव और कहाँ तक का क्षेत्र अंतागढ़ ब्लॉक में आता हैं का नक्सा दिखाया गया।
बीएसपी द्वारा अंतागढ़ को महत्व नहीं देने पर नाराजगी जताई। विक्रम देव उसेंडी ने कहा रावघाट माइंस के नाम पर एक समिति बने जिसमें अंतागढ़ ब्लॉक के लोगों की सहभागिता हो। सांसद भोजराज नाग ने कहा अंतागढ़ ब्लॉक के लोगों को इसका लाभ मिलना चाहिए।
सांसद-विधायक की सहमति से लिया गया बैठक का निर्णय
क्षेत्र के लोगों के रोजगार से लेकर पूरे क्षेत्र में विकास के कार्य होने चाहिए। जिस स्तर के कार्य अभी तक हुए है वो जांच का विषय है। इको डेवलपमेंट के नाम पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। हमारी सरकार ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही करेगी। चाहे सीसीएफ हो या रेंजर एसडीओ, डीएफओ कोई बचेगा नहीं। सांसद ने सभी लोगों के साथ बैठक कर सभी वर्गों की सहभागिता पर जोर दिया। सांसद-विधायक की सहमति से 28 दिसंबर को बारह बजे भैंसगाव स्कूल मैदान में बैठक करने का निर्णय लिया गया। भ्रष्टाचार देख भडक़ीं विधायक, अधिकारियों व ठेकेदार को लगाई फटकार सर्व आदिवासी समाज के ब्लॉक अध्यक्ष संतराम सलाम कहना है कि रावघाट प्रोजेक्ट को लेकर बीएसपी द्वारा क्षेत्र के आदिवासियों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा की बीएसपी अपने अवकात में रह कर काम करें। क्षेत्र के बहुसंख्यक के साथ वादाखिलाफ़ी करना बंद करें। रावघाट आदिवासियों का आस्था का स्थल है। हम अपने पेन पुरखा रीति नीति व पुरखो के बनाए परम्परा के अनुसार चलने वाले लोग है।
संस्कृति के संरक्षण के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार
हमारी संस्कृति व पारम्परिक व्यवस्था के ऊपर अगर बीएसपी कुठारघात करेगी तो आदिवासी समाज व क्षेत्रवासी शांत बैठने वाली नहीं है। इतिहास गवाह है, रावघाट प्रोजेक्ट को लेकर अंतागढ़ ब्लॉक क्षेत्रवासियों के साथ भेदभाव करेगी। आदिवासियों को उनका हक अधिकार नहीं मिलेगा तो रावघाट प्रोजेक्ट को लेकर ऐतिहासिक भूमकाल आंदोलन जैसे एक और आंदोलन होगा। आदिवासियों के साथ छल करना बंद करें और बीएसपी क्षेत्रवासियों के लिए सर्व सुविधायुक्त अस्पताल, स्कूल, क्षेत्रवासियों के लिए रोजगार, सड़क, पानी, बिजली मूलभूत सुविधाओं पर काम करें। क्षेत्रवासियों में गायता, पटेल ग्रामसभा के शर्त अनुसार काम करें नहीं तो रावघाट के एक पत्थर का टुकड़ा भी उठा कर देखे। प्रकृति शक्ति ऐसे ताकतों का जवाब जरूर देगी। आदिवासी समाज अपनी संस्कृति के संरक्षण के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है।
बैठक में पूर्व विधायक अनूप नाग, सर्व आदिवासी समाज अध्यक्ष संतराम सलाम, अन्तागढ भाजपा मंडल के जितेन्द्र मरकाम, सतीश ठाकुर, बंटी ठाकुर, रावघाट संघर्ष समिति के अध्यक्ष सोमनाथ उसेंडी, तेज बघेल, चंदेल कुमेटी, संतोष सुखदेवे, बंशी दुग्गा, आत्मा राम आदि उपस्थित थे।
अंजरेल ग्राम पर विवाद
जिस अज़रेल को नारायणपुर अपना बता रहा वह तो अंजरेल अंतागढ़ ब्लॉक के अंतर्गत है। जहां वर्तमान में खनन कार्य हो रहा यह क्षेत्र भी अंतागढ़ ब्लॉक के कांकेर जिले के अंतर्गत आता है। यह ग्राम पंचायत बैहसालेभाट का आश्रित ग्राम है और आज भी अंतागढ़ के नक्शा में मौजूद फिर नारायणपुर अपना कैसे बता रहा और इसका लाभ भी ले रहा है। जनप्रतिनिधियों का कहना था कि इसकी जांच कराई जाएगी आखिर ऐसे कैसे हुआ है।