Bastar bandh: गांवों में पिछड़ा वर्ग की संख्या ज्यादा
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव राजेश तिवारी ने कहा मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने घोषणा करते हुए कहा था कि
पिछड़ा वर्ग की जहां जनसंख्या ज्यादा है। वहां पंचायत और नगरीय निकाय क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग को लाभ दिया जाएगा लेकिन छत्तीसगढ़ शासन का जो गजट प्रकाशित हुआ है। उसमें आरक्षण का लाभ देने का उल्लेख नहीं है।
ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, जिला पंचायत एवं नगरीय निकाय में अनुसूचित जातियों व जनजातियों के लिए 50% या उससे अधिक स्थान आरक्षित हो वहां पर पिछड़ा वर्ग के लिए स्थान आरक्षित नहीं करने का उल्लेख है। जिन गांवों में पिछड़ा वर्ग की संख्या ज्यादा है। वहां पर समाज को आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए। नियमों में संशोधन किया जाए अन्य पिछड़ा वर्ग को पर्याप्त आरक्षण का लाभ नहीं मिलेगा तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
अनुसूचित जाति का भी आरक्षण शून्य
सर्व पिछड़ा वर्ग संगठन द्वारा 30 दिसंबर को बस्तर बंद का आह्वान किया गया है। उस बंद को कांग्रेस पार्टी पूर्ण रूप से समर्थन करेगा। बंद को सफल बनाने में कांग्रेस पार्टी सहयोग करेगा। सरकार की पंचायत चुनाव को टालने का मुख्य कारण भी यही है। पूर्व में कांग्रेस सरकार के द्वारा अनुसूचित क्षेत्रों में पिछड़ा वर्ग को भी 25 प्रतिशत का आरक्षण एवं जितनी आबादी अनुसूचित जाति की होती थी। उतना आरक्षण अनुसूचित जाति को पंचायत चुनाव में मिलता रहा है। इस गजट के प्रकाशन के बाद अनुसूचित जाति का भी आरक्षण शून्य हो जाएगा।
अपनाई जा रही दोहरी नीति
Bastar bandh: आरक्षण प्रक्रिया में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग की आरक्षण प्रक्रिया को 2011 की जनगणना को आधार बनाकर एवं अन्य पिछड़ा वर्ग कि आरक्षण प्रक्रिया को 2024 की पिछड़ा वर्ग आयोग की गणना को आधार बनाकर दोहरी नीति अपनाई जा रही है। इसके विरोध में कांग्रेस पार्टी कानूनी लड़ाई भी लड़ेगी एवं आम जनता के साथ सड़क की भी लड़ाई लड़ेगी। जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा 29 दिसंबर को पिछड़ा वर्ग आरक्षण के संबंध में बैठक आहूत की गई है जिस पर आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। (chhattisgarh news)
प्रेस वार्ता में जिला उपाध्यक्ष तरेंद्र भंडारी, रोमनाथ जैन, कांग्रेस नेता सरजू शोरी, मनोज जैन, लोमेन्द्र यादव, दीपक शोरी, अजय रेणु, खोमेन्द्र उईके, चंद्रलोक ठाकुर, सोमेश सोनी, अमन गायकवाड, अमित साहू, रोशन आरा आदि उपस्थिति थे।