मिली जानकारी के अनुसार, खेती कार्य के लिए बैल को किसी अन्य को देने पर पति-पत्नी के बीच विवाद हो गया। प्रार्थी ग्राम धनगुड़रा निवासी 42 वर्षीय बाली राम पिद्दा ने बताया कि बुधवार सुबह तालाब गया था। करीब साढ़े 6 बजे वापस घर लौटा तो पत्नी सुशीला पिद्दा से कहा, हमारे बैल को किसी दूसरे के घर हल चलाने क्यों दिए हो? वापस लाओ। इस पर उसकी पत्नी ने बड़ी लड़की से कहा कि इसे पकड़ो।
आज इसका हाथ-पैर तोड़ते हैं। इसके बाद बड़ी बेटी धनेश्वरी डंडा लेकर आई और पत्नी के साथ घर के सामने गली में मुझे पकड़कर घसीटा। गाली देते हुए जान से मारने की धमकी दी। बारी-बारी डंडे मारा। जैसे-तैसे खुद को छुड़ाकर वह बड़ी मां पुनई बाई के घर गया तो पत्नी, बेटी वहां भी पहुंच गई। यहां भी कॉलर पकड़कर मारपीट की। इससे सिर, दोनों हाथ, कलाई, भुजा, पीठ और दाहिने पैर में चोट आई है।