READ MORE- जोधपुर मिग क्रैश: ढाणी में बने घर से सौ मीटर पहले गिरा विमान, यूं टला बड़ा हादसा
इन्हें देख खेत से गुजर रहे बच्चे यहां रुके और वहीं पास में पड़े चारपाई से उसे धूप से बचाने का जतन करने लगे। इस समय तक पुलिस की ओर से सेना और वायुसेना को सूचित किया जा चुका था। वायुसैनिकों ने यहां पहुंच इन बच्चों के हौंसले, जज्बात और देश सेवा को सेल्यूट किया। जवानों को वायुसेना के हेलिकॉप्टर से जोधपुर के अस्पताल लाया गया, जहां दोनों की हालत अब स्थिर है।
READ MORE- जोधपुर के बालेसर में वायुसेना का MIG-23 क्षतिग्रस्त, दोनों पायलट ने की इमरजेंसी लैंडिंग प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुबह 11.30 बजे लड़ाकू विमान के आने की आवाज आई और उसके तत्काल बाद जोरदार धमाके के साथ जलता हुआ मिग 23 विमान गोपालसर भाखरी का बास में बाली की ढाणियों के पास अनोपसिंह इन्दा के खेत में जा गिरा। विमान के दो टुकड़े हो गए और आगे का हिस्सा जोरदार आवाज के साथ जलने लगा और थोड़ी देर में जलकर खाक हो गया। विमान ढाणी में बने घर से सौ मीटर पहले गिरा, इससे बड़ा हादसा टल गया और कोई जनहानि नहीं हुई। मौके पर आसपास के गांवों के सैकड़ों लोग जमा हो गए। ग्रामीणों की सूचना पर बालेसर से पुलिस उप अधीक्षक अजीत सिंह और थानाधिकारी मूलसिंह मय जाब्ते मौके पर पहुंचे।
READ MORE- ठीक एक साल बाद फिर जोधपुर में वायुसेना का विमान गिरा… जानें तब क्या हुआ था पैराशूट से कूदे विमान के पायलट विंग कमाण्डर ए यादव एवं ग्रुप कैप्टन शिवम दुर्घटनास्थल से एक किलोमीटर पहले खेतों में उतरे। उन्हें मामूली चोटें आई। सूचना पाकर सड़क और वायुमार्ग से मौके पर पहुंचे वायुसेना के उच्चाधिकारी व सहायता दल के लोग दोनों पायलट को प्राथमिक उपचार के बाद हैलीकॉप्टर में जोधपुर ले गए। सेना ने विमान के मलबे के चारों तरफ से सील कर दिया और जांच शुरू की। वायुसेना के अधिकारियों ने चश्मदीद गवाहों के बयान भी दर्ज किए गए।
(फोटो मेजर सुरेंद्र पूनिया के ट्विटर वॉल से ली गई है)