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जोधपुर

झंवर थाना धिकारी पहले झिझका, लेकिन फिर ली 50 हजार रिश्वत

– रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, मारपीट के मामले को रफा-दफा करने के बदले मांगी थी रिश्वत

जोधपुरJan 15, 2025 / 11:38 pm

Vikas Choudhary

Jhanwar SHO trap

रिश्वत लेने का आरोपी

जोधपुर.

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बुधवार शाम पाल रोड पर पासपोर्ट कार्यालय के पास 50 हजार रुपए रिश्वत लेने पर पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर के झंवर थानाधिकारी मूलाराम चौधरी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। उसने पहले परिवादी के कार्यालय में रिश्वत ली थी, लेकिन सीसीटीवी कैमरे लगे होने पर लौटा दी और बाहर आकर सरकारी बोलेरो में बैठकर रिश्वत ली। थानाधिकारी के क्वार्टर की तलाशी ली जा रही है।
ब्यूरो के उप महानिरीक्षक हरेन्द्र महावर ने बताया कि परिवादी की शिकायत और सत्यापन के बाद चौधरी को 50 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। परिवादी के खिलाफ झंवर थाने में गत दिसम्बर मकान में घुसकर मारपीट करने का मामला दर्ज कराया गया था। थानाधिकारी मूलाराम जांच अधिकारी है। इस मामले को रफा-दफा करने की एवज में पचास हजार रुपए रिश्वत मांगी गई थी। एसीबी की एक अन्य टीम आरोपी थानाधिकारी के क्वार्टर की तलाशी ले रही है।

ऑफिस से पकड़ थाने ले गए थे, फिर छोड़ा और घूस मांगी

ब्यूरो की शहर इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चक्रवर्ती सिंह राठौड़ ने बताया कि परिवादी ने हिंगोला गांव के एक व्यक्ति को रुपए उधार दिए थे, जो लौटा नहीं रहा था। गत दिसम्बर में परिवादी रुपए उधार लेने वाले के घर गया था, जहां उसने रुपए मांगे थे। इसको लेकर दोनों में विवाद हुआ। उधार लेने वाले ने घर में घुसकर मारपीट करने का आरोप लगाकर झंवर थाने में परिवादी व उसके भाई के खिलाफ एफआइआर दर्ज करा दी थी। पुलिस पासपोर्ट एजेंट का कार्य करने वाले परिवादी के ऑफिस पहुंची थी और उसे पकड़कर थाने ले आई थी। फिर देर रात उसे छोड़ दिया गया था। परिवादी दूसरे दिन सुबह थाने पहुंचा था व थानाधिकारी से मिलकर आरोप गलत बताए थे। थानाधिकारी ने मामला रफा-दफा करने के बदले 50 हजार रुपए मांगे थे।

कोर्ट से लौटने के दौरान ली रिश्वत

परिवादी ने 17 दिसम्बर को एसीबी में शिकायत की थी। दूसरे ही दिन गोपनीय सत्यापन में थानाधिकारी के रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई थी। उसने रिश्वत देने के लिए सम्पर्क किया था, लेकिन थानाधिकारी ने रिश्वत नहीं ली। इस बीच, मंगलवार को परिवादी थाने गया था और मामला रफा-दफा करने का आग्रह किया। उसने बुधवार सुबह थाने से कोर्ट जाने के दौरान कार्यालय में आकर मिलने का भरोसा दिलाया। एसीबी टीम पासपोर्ट कार्यालय के पास तैनात हो गई। दिनभर इंतजार करने के बाद थानाधिकारी ने शाम को थाने जाने के दौरान रिश्वत लेने को कहा। शाम को थानाधिकारी परिवादी के ऑफिस में आए और 50 हजार रिश्वत ली, लेकिन कैमरे होने पर राशि लौटा दी थी और बाहर आकर देने को कहा। थानाधिकारी पासपोर्ट कार्यालय के बाहर सरकारी जीप में जाकर बैठ गए। पीडि़त पीछे-पीछे बाहर गया और सड़क किनारे खड़ी सरकारी जीप में बैठे थानाधिकारी मूलाराम को 50 हजार रुपए दे दिए। तभी एएसपी चक्रवर्ती सिंह राठौड़ व उपाधीक्षककिशनसिंह चारण के नेतृत्व में निरीक्षक मनीष वैष्णव ने दबिश देकर थानाधिकारी को पकड़ लिया। हल्के विरोध के बाद रिश्वत राशि भी बरामद की गई।

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