इसने ३० अक्टूबर से काम करना शुरू कर दिया। कोई भी संस्था या व्यक्ति ई-मित्र कियोस्क या घर बैठे ही सहकारिता विभाग के पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन करवा सकता है। इसके लिए पोर्टल पर नया लिंक भी दिया गया है। सरकार सोसायटियों के रजिस्ट्रेशन के लिए अब केवल ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार करेगी। सरकार ने इकाई अधिकारियों एवं खण्डीय अतिरिक्त रजिस्ट्रारों को निर्देशित किया है कि ३० अक्टूबर के बाद अपने कार्यालय में सोसायटी के रजिस्ट्रेशन के लिए आने वाले आवेदकों से व्यक्तिगत रूप से आवेदन प्राप्त नहीं करें।
काटते थे दफ्तरों के चक्कर
अब तक सोसायटियों का रजिस्ट्रेशन जिले के उप रजिस्ट्रार (सहकारी समितियां) कार्यालय में होता था। आवेदकों को व्यक्तिगत रूप से दफ्तर आना पड़ता था। कई बार अफसर नहीं मिलते थे तो कई बार बाबू अनुपस्थित रहते थे। तीन से चार बार दफ्तर के चक्कर काटने पर सोसायटी का रजिस्ट्रेशन हो पाता था। अब यह समस्या दूर हो गई है।
उद्यमियों की समस्याएं सरकार तक पहुंचाउंगा : जैन जोधपुर के परंपरागत विकास का कारण यहां के उद्योग रहे हैं। उद्यमियों को वर्तमान में आ रही समस्याओं को सरकार तक पहुंचाकर निवारण का प्रयास करूंगा। यह आश्वासन प्रदेश के मुख्य सचिव अशोक जैन ने उद्यमियों को दिया। जोधपुर इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन की ओर से जैन के मुख्य सचिव का पदभार ग्रहण करने के बाद पहली बार जोधपुर आने पर रविवार को जेआईए सभागार में स्वागत किया गया। जोधपुर के विकास में उद्योगपतियों की सहभागिता पर आयोजित परिचर्चा में बतौर मुख्य अतिथि जैन ने कहा कि यहां के हैण्डीक्राफ्ट, स्टील, टैक्सटाइल, लाइम व ग्वारगम उद्योग पूरे विश्व में पहचान रखते हैं। इससे पूर्व जेआईए के अध्यक्ष प्रकाश जीरावला ने उनका स्वागत किया व सचिव अशोक बाहेती ने जीवन परिचय दिया। जेआईए उपाध्यक्ष आेपी लोहिया ने आभार जताया। कार्यक्रम में महापौर घनश्याम ओझा, एसोसिएशन पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे।