Jodhpur News: ऐसा क्या हुआ कि जोधपुर में सड़क पर ही बैठ गए गजेन्द्र सिंह शेखावत और पलभर में खत्म करवा दिया धरना
UTB Nursing Officers Strike: यूटीबी नर्सिंग अधिकारी समायोजन की मांग को लेकर मेडिकल कॉलेज में धरने पर बैठे थे। इससे अस्पताल की व्यवस्थाएं बिगड़ रहीं थीं।
राजस्थान के जोधपुर में यूटीबी नर्सिंग अधिकारियों के समायोजन को लेकर चल रहा राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन का धरना खत्म हो गया। केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत आंदोलन कर रहे नर्सिंग अधिकारियों के पास पहुंचे और उनकी बात सुनी। उन्होंने मामले में सरकार स्तर पर वार्ता करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
इस पर मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. बीएस जोधा धरना स्थल पर आए और बताया कि किसी कार्मिक को नहीं निकालने के निर्देश मिले हैं। इसके बाद धरना समाप्त कर दिया गया। एसोसिएशन अध्यक्ष जगदीश जाट तथा विजेंद्र सिंह मेड़तिया ने केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, उद्योग एवं खेल मंत्री केके विश्नोई, कानून मंत्री जोगाराम पटेल, प्रधानाचार्य डॉ. बीएस जोधा का धन्यवाद ज्ञापित किया। बता दें कि शेखावत ने सड़क पर ही बैठकर नर्सिंग अधिकारियों की बात सुनी थी।
आमजन को हो रही थी तकलीफ
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से यूटीबी नर्सिंग अधिकारी समायोजन की मांग को लेकर मेडिकल कॉलेज में धरने पर बैठे थे। इससे अस्पताल की व्यवस्थाएं बिगड़ रहीं थीं। कई ऑपरेशन आगे शिफ्ट किए जा रहे थे। इससे आमजन को भी काफी तकलीफ हो रही थी।
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पट्टा एवं प्रॉपर्टी पार्सल वितरण कार्यक्रम
इससे पहले जिला परिषद की ओर से स्वामित्व योजना के तहत आबादी भूमि पट्टा एवं प्रॉपर्टी पार्सल वितरण के राज्यस्तरीय समारोह के अन्तर्गत डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के सभागार में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने किया। इस अवसर पर जिले की 46 ग्राम पंचायतों में 4,047 पट्टों का वितरण किया गया। शेष 115 ग्राम पंचायतों में 6,220 पट्टों का वितरण आगामी कार्यक्रमों में किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से इस जिला स्तरीय कार्यक्रम में लाभार्थियों से वर्चुअल संवाद किया।
आमजन को मिला स्वामित्व का सुकून: शेखावत
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री की आभासी रूप से प्रेरक उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम में वर्षों से संजोया सपना आज पूरा हुआ है। इस योजना के लिए प्रदेश के लगभग 3 लाख से अधिक गांवों में भूमि का चिह्नीकरण हो चुका है। राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने कहा कि इस योजना के लाभ स्वरूप ग्रामीण जन अपनी भूमि, अपनी धरोहर के स्वामित्व को पाएंगे।