Jodhpur Handicraft: जोधपुर सहित राजस्थान में तैयार होने वाला हैंडीक्राट व फर्नीचर काफी हद तक एक्सपोर्ट होता है। अब तक एक्सपोर्ट सेक्टर में काफी ग्रोथ हुई और जोधपुर में 900 से ज्यादा लोग इससे जुड़े हैं, लेकिन घरेलू बाजार भी एक्सप्लोर होने जा रहा है। कई युवाओं ने इसके लिए लोकल ब्रान लॉन्च भी कर दिया गया है। अब 23 जनवरी से होने वाले एक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल फॉर हैंडीक्राट्स (ईपीसीएच) के आर्टिफेक्ट फेयर में भी इस पर फोकस किया जा रहा है।
गौरव जैन ने बताया कि एक्सपोर्ट के साथ अपना लोकल ब्रांड भी कुछ समय पहले शुरू किया है। जोधपुर के साथ ही दक्षिण में भी तीन स्टोर खोले हैं। इसका रेस्पॉन्स भी अच्छा मिल रहा है। अभी कई प्रकार से विस्तार भी बाकी है।
निर्मल भंडारी पिछले 30 वर्षों से भी ज्यादा समय से हैंडीक्राट सेक्टर से जुड़े हैं। वह बताते हैं कि घरेलू बाजार को कवर करने का काफी पहले प्लान बनाया था। इसीलिए जोधपुर में स्टोर खोला है और देशभर में ऑनलाइन ऑर्डर मिलने पर बड़ा काम करते हैं।
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2000 करोड़ का घरेलू मार्केट
हैंडीक्राट व फर्नीचर का घरेलू बाजार करीब 2000 करोड़ का है। अब इसका विस्तार दोगुना तक हो सकता है। निर्यात के लिए साल में दो फेयर ईपीसीएच नई दिल्ली व ग्रेटर नोएडा में करता है। पहली बार दिल्ली से बाहर फेयर लगाने की पहल हुई है।
ईपीसीएच की ओर से 23 से 26 जनवरी तक आर्टिफेक्ट्स फेयर का आयोजन किया जाएगा। इसमें निर्यात के साथ घरेलू बाजार पर भी फोकस है। देशभर से एग्जीबिटर्स व ग्राहकों को निमंत्रण दिया गया है। ताकि यहां लोगों का फुटफॉल बढ़ाया जा सके।
एक नजर में जोधपुर का हैंडीक्राट उद्योग
* 3 दशक पुराना है हैंडीक्राट उद्योग।
* 1500 से ज्यादा हैंडीक्राट उद्यमी व आर्टिजन काम कर रहे हैं।
* 1 लाख से ज्यादा लोगों को मिलता है रोजगार।
* 5 हजार करोड़ के करीब होता है हर वर्ष निर्यात।
Hindi News / Jodhpur / Good News: 2000 करोड़ का घरेलू हैंडीक्राट मार्केट, जोधपुर से लोकल ब्रांड बनाने की शुरुआत