मााध्यमिक शिक्षा विभाग के शैक्षणिक व अशैक्षणिक स्तर के 76 तरह के संवर्ग पदों में कुल 3,58,509 पद स्वीकृत हैं। इनमें से 143166 पद रिक्त हैं। विभाग ने अधिकांश पदों पर चयन के लिए कार्रवाई प्रक्रियाधीन होना बताया है। वहीं प्रधानाचार्य से शिक्षकों तक के पदों को भरने को लेकर डीपीसी से चयन प्रक्रियाधीन होना बताया जा रहा है। ऐसे में प्रदेश के शिक्षा विभाग जैसे बड़े महकमे में एक लाख से अधिक पद रिक्त पड़े हैं, जिन पर समय पर भर्ती प्रकिया की जाए तो बेरोजगार युवाओं को नौकरी मिलने के साथ ही विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को उत्कृष्ट शिक्षा मिल सकेगी।
फैक्ट फाइल
पदनाम- स्वीकृत- कार्यरत- रिक्त
प्रधानाचार्य- 17153- 11112- 6041
उप्र प्रधानाचार्य- 12414- 1187- 11227
व्याख्याता- 55081- 33960- 21121
वरिष्ठ अध्यापक- 85468- 52364- 33104
अध्यापक- 98446- 69174- 29272
शा. शिक्षक 2ग्रेड- 4029- 1919- 2110
शा शिक्षक 3ग्रेड- 10893- 8998- 1895
वरिष्ठ सहायक- 5667- 3768- 1899
कनिष्ठ सहायक- 12544- 9241- 3303
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी- 27294- 6477- 20817
कम्प्यूटर अनुदेशक- 9862- 5276- 4586
लाइब्रेरियन 3ग्रेड- 2991- 1965- 1026
लेब सहायक- 4225- 3255- 970
लेब परिचारक- 1470- 267- 1203
शिक्षा विभाग में शिक्षकों सहित अन्य पदों के रिक्त होने से विद्यार्थियों को शिक्षा व पाठयक्रम से वंचित रहना पड़ेगा। जो विद्यार्थियों के साथ सबसे बड़ा कुठाराघात है। वहीं रिक्त पदों के शीघ्र भरने से प्रशिक्षित बेरोजगारों को भी राहत मिलेगी। इसके लिए शिक्षा विभाग को जल्द ही भर्ती प्रक्रिया करवानी चाहिए।
– शम्भूसिंह मेड़तिया, प्रदेश संयोजक, राजस्थान पंचायती राज व माध्यमिक शिक्षक संघ