तीनों जोन के एक्सईएन की ओर से पेश रिपोर्ट के आधार पर चोरी का मामला दर्ज किया गया है।पुलिस का कहना है कि पत्रावलियां गायब होने के संबंध में कुछ वर्ष पहले रातानाडा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। जांच में पत्रावलियों का पता नहीं लग पाया। अब चोरी का मामला दर्ज कराया गया है। सभी पत्रावलियां निर्माण कार्य से जुड़ी है। गौरतलब है कि गत १९ फरवरी को जेडीए की लेखा शाखा से निर्माण कार्य से जुड़ी दस पत्रावलियों के चोरी होने का मामला दर्ज कराया गया था।
कब थमेगा फाइलें गुम होने का सिलसिला जेडीए से फाइलें गुम होने का सिलसिला नहीं थम रहा है। जेडीए खुद लापरवाही कर रहा है। यह सहीं है कि बिना जेडीए कर्मचारियों की मिलीभगत के यह संभव नहीं है, एेसे में सवाल उठ रहा है कि जेडीए खुद अपने स्तर पर इसकी जांच क्यों नहीं करवा रहा है। जेडीए लगातार चुपी साधे बैठा है। मामला दर्ज करवाकर इतिश्री कर लेता है। विकास कार्यों पर सवाल उठने के बाद से ही गायब हुई सवा सौ से अधिक फाइलों का पता न एसीबी लगा पाई न पुलिस। अब और फाइलें गुम हो गई। तमाम प्रयासों के बावजूद यह पता नहीं चल पा रहा कि ये फाइलें आखिर कहां गईं। इसका जवाब अब तक नहीं मिल रहा है।