उप निरीक्षक राजूराम विश्नोई ने बताया कि उत्तरप्रदेश में जोनपुर जिले के महाराजगंज थानान्तर्गत केशवपुर वर्गी निवासी फौजदार (२७) पुत्र राय साहब यादव दोपहर में विवि के परीक्षा विभाग में प्रवर्तन (माइग्रेशन) प्रमाण पत्र लेने पहुंचा। उसने आवेदन पत्र के साथ बीए प्रथम वर्ष, द्वितीय वर्ष और तृतीय वर्ष की मार्कशीट पेश की। प्रथम दृष्टया यह मार्कशीट संदेहास्पद लगने पर विवि प्रशासन ने जांच की। तब सामने आया कि तीनों मार्कशीट फर्जी है। फौजदार यादव ने विवि से बीए उत्तीर्ण ही नहीं किया। विवि प्रशासन ने मामले की जानकारी रजिस्ट्रार पीके शर्मा को दी। साथ ही युवक को पकड़कर बिठा दिया गया। सूचना पर पुलिस विवि पहुंची और युवक को पकड़कर थाने ले गई। बाद में रजिस्ट्रार पीके शर्मा ने डाक के जरिए एक लिखित शिकायत शास्त्रीनगर थाने भेजकर बीए की फर्जी मार्कशीट लेने का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने यूपी निवासी फौजदार यादव (२७) पुत्र राय साहब को गिरफ्तार कर लिया। एएसआई मोतीराम को जांच सौंपी गई है।
पान की दुकान पर मिले व्यक्ति से दस साल पूर्व खरीदी थी प्रारम्भिक जांच में फौजदार ने पुलिस को बताया कि दस साल पहले वर्ष २००७ में जयपुर स्थित पान की एक दुकान पर उसे एक व्यक्ति मिला। फौजदार ने उससे कहा कि उसे बीए करनी है। उस व्यक्ति ने उससे कहा कि वह उसे बीए पास करवा देगा। बदले में उस व्यक्ति ने उससे तीस हजार रुपए लिए और जेएनवीयू के नाम से जारी बीए प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष की मार्कशीट सौंप दी थी। फिलहाल फौजदार उस व्यक्ति का नाम व पता बताने से इनकार कर रहा है।