9 अप्रेल 1997 को जबलपुर में सेना में भर्ती हुए शमशेर अली वर्तमान में अरुणाचल प्रदेश के टेंगा में 24 ग्रेनेडियर यूनिट में तैनात थे और पास में चीन की सीमा पर पेट्रोलिंग करने गए हुए थे।
अरुणाचल प्रदेश में पाइनिज चेक पोस्ट पर पेट्रोलिंग के दौरान जहां वे शहीद हुए उस जगह की ऊंचाई जमीन से करीब 18 हजार फीट बताई है। घटना की जानकारी मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। पत्नी सलमा बानो व मां नथी बानो बेसुध हो गई।
हुक्मपुरा गांव का पहला शहीद
शहीद के पिता रिटायर्ड नायब सूबेदार सलीम अली ने बताया कि हुकुमपुरा गांव में शहीद का यह पहला मामला हुआ है। देश के लिए शहीद हुए बेटे पर परिवार को नाज है। शहीद की पार्थिव देह शुक्रवार शाम तक पहुंचेगी।
बेटा बोला मैं भी जाऊंगा देश की रक्षा करने
शहीद के 16 वर्षीय बेटा आलमशेर को अपने पिता की शहादत पर गर्व था। उसने बताया कि वह भी सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना चाहता है। अपनी परिवार के लोगों की देश के प्रति सेवा के जुनून को देखते हुए सेना में भर्ती होने की इच्छा बताई।