दूसरे को जारी सिम पर आने लगे बैंक के मैसेज
दरअसल मोबाइल कंपनी तय समय के बाद बंद नंबर की सिम किसी अन्य को जारी कर देती है। पहले वाले सिम धारक ने यदि बैंक से उस नंबर को डी लिंक नहीं करवाया है तो बैंक से संबंधित मैसेज नए सिम धारक के पास जाने लगते हैं। ऐसे में नया सिम धारक ओटीपी के आधार पर नेट बैंकिंग व एटीएम से पहले वाले व्यक्ति के बैंक खाते से रुपए निकाल सकता है। एक्सपर्ट के अनुसार देश में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं।महिला के खाते से निकाले 12 लाख
पिलानी निवासी एक महिला के पास जो सिम थी वह लगभग कई माह तक रिचार्ज नहीं करवाने पर बंद हो गई। निजी मोबाइल कंपनी ने यह सिम जोधपुर क्षेत्र के व्यक्ति के नाम से जारी कर दी। महिला ने इस सिम के नंबर बैंक खाते से नहीं हटवाए।कारोबारी के खाते से निकले 1 करोड़ 86 लाख रुपए
पिछले दिनों मुंबई के कारोबारी के फोन पर रात 11 बजे से 2 बजे के बीच 6 मिस्ड कॉल आईं। एक कॉल इंग्लैंड के कोड 44 से आई थी। सुबह कारोबारी जब किसी को फोन करने लगे तो पता चला कि उनका सिम काम नहीं कर रहा है। मोबाइल कंपनी से पता चला कि नए सिम के लिए रिक्वेस्ट के बाद पुराना सिम डि-एक्टिवेट कर दिया है। आरोपी ने फर्जी सिम लेकर कारोबारी के खाते से करीब 1 करोड़ 86 लाख रुपए निकाल लिए।इसलिए बदल रहे नंबर
- * लुभावने ऑफर व सस्ते पैकेज
- * नेट की स्पीड, नटवर्क की समस्या
- * सिम लंबे समय तक उपयोग नहीं करने पर खुद भी डी एक्टिवेट हो जाती है।
ऐसे बदलवाएं नंबर
खाता धारक अपनी बैंक की शाखा में जाएं। वहां कस्टमर रिवेस्ट फार्म भरें। इसके साथ तय दस्तावेज लगाएं। इसमें नए मोबाइल न्बर लिखें। साथ ही यह भी बताएं पुराने नंबर को हटा दें। इसके बाद संबंधित अधिकारी खाते से नया न्बर जोड़ देगा। ग्राहकों को सतर्क रहना होगा।- गौरव शर्मा, बैंक शाखा प्रबंधक, झुंझुनूं
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सतर्कता जरूरी
पिलानी में ऐसी घटना हुई जब मोबाइल नंबर बदलने पर महिला के खाते से लिंक नंबर की दूसरी सिम जारी करवाकर करीब बारह लाख रुपए से ज्यादा की राशि निकाल ली गई। इसमें कई आरोपियों को गिरफ्तार कर लियाहै। ग्राहकों को सतर्कता बरतनी चाहिए। मोबाइल नंबर बदलते समय आधार, जानाधार, बैंक खाते व अन्य दस्तावेज से नंबर डी-लिंक करवाएं।
- राम खिलाड़ी मीणा, उप अधीक्षक, साइबर सेल