गोठड़ा थानाधिकारी कमलेश चौधरी ने बताया कि शनिवार सुबह हंसराज का शव सड़क किनारे मिला था। परिजन की ओर से हत्या का मामला दर्ज कराने पर 11 लोगों की एक टीम बनाकर जांच शुरू की तो सामने आया कि हंसराज के पड़ोस में रहने वाली विधवा महिला गीता देवी से अवैध संबंध थे। हंसराज शुक्रवार की रात को उसके घर गया। जहां पर खाना खा रहा था कि दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद के दौरान गीता घर से बाहर चली गई।
पीछे से हंसराज ने उसके घर में बने टीनशेड के छपरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। जब कुछ समय बाद गीता वापस आई तो हंसराज को लटका देख कर वह घबरा गई। उसने दरांती से पहले फंदे को काटा और हंसराज के शव को नीचे उतारा। उसने हंसराज के मोबाइल की सिम तोड़ी और शव को घसीटकर खेमचंद के घर के पास सड़क किनारे डाल दिया। यहां से वापस घर पहुंची और हंसराज के मोबाइल, फंदा काटने में काम ली गई दरांती, फंदा बनाया गया दुपट्टा अपने घर में छुपा लिया।
तीन साल से महिला के संपर्क में था हंसराज
प्रथम दृष्टया जांच में सामने आया है कि मृतक हंसराज करीब तीन साल से महिला गीता से जमीन आदि के विवाद को लेकर संपर्क था। इसके बाद दोनों के बीच नजदीकी संबंध हो गए। गीता की अनुचित मांगों व व्यवहार से प्रताडित होकर शुक्रवार रात को हंसराज ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। कॉल डिटेल से पता चला
कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस आरोपी महिला तक पहुंची। हंसराज की ओर से शुक्रवार की रात अंतिम कॉल गीता देवी को किया गया था। इस पर पुलिस को शक हुआ। जब पुलिस ने महिला से सख्ताई से पूछताछ की तो उसने सारा सच उगल दिया।