खाई में गिरी थी ट्रैक्टर-ट्रॉली, मृतक एक ही परिवार के सदस्य
मनसा माता की पहाड़ी पर सोमवार को हुए दर्दनाक हादसे में आठ श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। मरने वाले सभी एक ही परिवार के हैं। इनमें से सभी का मंगलवार को पोस्टमार्टम कर शव परिजन को सौंप दिए गए। राजीवपुरा में पांच अर्थियां एक साथ उठीं। वहीं एक मृतका सुमन का अंतिम संस्कार उसके ससुराल गणेश्वर में किया गया। हादसे के बाद राजीवपुरा गांव शोक में डूबा था। गांव में एक ही घर से पांच अर्थियां एक साथ उठी तो कोहराम मच गया। रिश्तेदार और ग्रामीण परिवार के लोगों को संभालने में लगे रहे। बाद में गमगीन माहौल में सभी का अंतिम संस्कार किया गया।
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इनका एक साथ हुआ अंतिम संस्कार
गांव में चार महिलाओं का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया गया। इनमें गोठी देवी (35 ), धोली देवी (25 ) और सुंदरी देवी (22) तीनो देवरानी-जेठानी हैं। चौथी मृतका कमलेश जेठ के बेटे की पत्नी है। यह सभी साथ में मनसा माता के आयोजित यज्ञ में शामिल होने गए थे। चारों की मौके पर ही मौत हो गई। सुंदरी के पुत्र महेश ने सभी को मुखाग्नि दी।
दो रोज पहले अपने पीहर आई थी सुमन
हादसे में मृतका सुमन पुत्री प्रहलाद की पांच साल पहले गणेश्वर में शादी हुई थी। सुमन के दो बच्चे हैं। सुमन दो रोज पहले ही अपने पीहर राजीवपुरा आई थी। सुमन को ससुराल गणेश्वर में गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।
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नवजात ने बचाई मां की जान
हादसे में डेढ़ साल के मासूम निखिल पुत्र मुकेश की मौत हो गई। वह अपनी दादी बनारसी के साथ मनसा माता के गया था। निखिल की मां ने एक महीने पहले ही बच्चे को जन्म दिया है। इसलिए वह घर पर ही थीं। दादी बनारसी देवी हादसे में घायल हो गई। उसका जयपुर में इलाज चल रहा है।