पोस्टमार्टम की हुई थी खानापूर्ति
अब सामने आ रहा है कि डॉ. नवनीत मील ने उसका पोस्टमार्टम नियमानुसार किया ही नहीं, बिना चीरफाड़ के ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट बना दी। इसमें डॉ. मील ने अपनी ऑपिनियन तक लिख दी। इसमें मौत का कारण फेंफड़े फेल होना, टीबी, सीओपीडी व अन्य कारण बता दिए। फिलहाल यह सामने नहीं आया कि डॉ. मील ने ऐसा क्यों किया।
संस्थान की भी होगी जांच
रोहिताश जिस मां सेवा संस्थान में रह रहा था, उसके पदाधिकारियों की भूमिका और संस्थान की कार्यप्रणाली को लेकर भी जांच की जा रही है। जिला कलक्टर रामावतार मीणा ने बताया कि मां सेवा संस्थान की जांच के लिए टीम गठित की है। टीम ने शुक्रवार को बगड़ में पहुंचकर जांच की। रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।