गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद वारदात में शामिल हत्यारे फरार चल रहे थे। उन्हें पकड़ने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फ़ोर्स को दिया गया था। इस टीम का नेतृत्व एसटीएफ के डीएसपी नवेंदु सिंह और डीएसपी विमल कर रहे थे। दोनों प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में फरार थे और इन पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था। यूपी एसटीएफ ने कहा कि झांसी में डीएसपी नवेंदु और डीएसपी विमल के नेतृत्व में यूपीएसटीएफ की टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया।
मामला क्या था?गौरतलब है कि 24 फरवरी को प्रयागराज में दिनदहाड़े राजूपाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल अपने घर के बाहर ही गाड़ी से उतर रहे थे तभी शूटरों ने फायरिंग कर दी औऱ बम फेंके। इस हमले में उमेश पाल और दो गनर्स की मौत हो गई थी।