लाभकारी खेती के अवशेष प्रबन्धन-
- फसल अवशेष एक प्राकृतिक संसाधन है ऐसे में फसल अवशेषों को जलाने के बजाय मिट्टी में मिला देने से मिट्टी की भौतिक, रसायनिक एवं जैविक दशा में सुधार होगा,पैदावार बढ़ेगी और मिट्टी का स्वास्थ्य लम्बे समय तक अच्छा बना रहेगा। किसान फसल अवशेषों को जलाने के बजाय स्ट्रीपर द्वारा चारा बनाकर अतिरिक्त आमदनी करें तथा शेष अवशेषों को रोटावेटर से गहरी जुताई कर मिट्टी में मिला दें, जिससे मिट्टी में कार्बनिक व जीवांश पदार्थों की मात्रा बढ़ेगी व फसलों की पैदावार बढ़ेगी। इसके लिए विभाग द्वारा कृषकों को उन्नत कृषि यन्त्र यथा स्ट्रीपर एवं रोटावेटर अनुदान पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।