ग्रामीणों ने बताया कि गांव के प्राथमिक स्कूल से लेकर हनुमान मंदिर तक पूरे रास्ते पर कीचड़ व नालियों का पानी फैला हुआ है ऐसे में स्कूली छात्र या तो गिरते पड़ते गुजरते है या फिर अभिभावक बाइकों पर बिठाकर स्कूल छोड़ने आ रहे है। पंचायत द्वारा जहां जरूरत नहीं है वहां नाली व सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। जहां पर नालियां नहीं है वहां पर निर्माण कार्य नहीं कराने से हालात बदतर होते जा रहे है। कीचड़ व गन्दा पानी सड़कों पर फैला होने से पूरे गांव में दुर्गन्ध मची होने के साथ मच्छरों की भरमार से बीमारियां फैलने की आशंका बनी हुई है।
कमोबेश गांव के हर गली मोहल्ले में यही हालात बने हुए है। साथ ही घरों के बाहर आम रास्ते पर नालियां नहीं होने से गन्दा पानी आम रास्तो पर भरा हुआ है। गन्दे पानी की निकासी नहीं होने से कीचड़ फैलने के साथ दुर्गन्ध फैलने से लोग घरों के बाहर बैठने से भी कतराने लगे है। सरकार व प्रशासन स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव व कस्बो को स्वच्छ व साफ सुथरा बनाए रखने पर ध्यान दे रही है लेकिन गांवों में इसके विपरीत हालात बने हुए है।
ग्रामीणों ने बताया कि समस्या को समाधान नहीं होने पर खानपुर मिनी सचिवालय में धरना देकर अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया जाएगा। देवपुरा गांव में भी यही हालात
- समीपवर्ती पिपलाज पंचायत के गांव देवपुरा में भी गंदगी से हालात खराब है। गांव के हर गली रास्ते में कीचड़ भरा होने से राहगीरों को पैदल गुजरने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां वर्षभर अवैध खनन से भरे ट्रैक्टर आम रास्ते से गुजरने से इंटरलॉकिंग से लेकर सीसी सड़के धंस जाने से दुपहिया वाहनों को निकालने में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गांव निवासी सोनू राठी ने बताया कि गांव से विद्यालय के रास्ते पर कीचड़ भरा हुआ है। ऐसे में स्कूली छात्रों को अन्य वैकल्पिक मार्ग से होकर जाना पड़ रहा है।