मखमेलपुर ग्राम के प्रधान राजकुमार यादव दोपहर के समय जौनपुर शहर से अपने घर लौट रहे थे तभी प्राथमिक विद्यालय सरायख्वाजा के सामने बदमाशों ने तड़तोड़ गोलियां बरसा कर उनकी हत्या कर डाली। घटना के बाद बदमाश फरार हो गए। आक्रोशित लोगों ने शव को कोइरीडीहा बाजार में रख कर शाहगंज मार्ग जाम कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस के वाहन में भी आक्रोशित लोगों ने तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया। इतने पर ही परिजनों का गुस्सा शांत नही हुआ तो उन्होंने पुलिस टीम पर पथराव शुरू कर दिया। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस टीम को जान बचाकर भागना पड़ा।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि 2019 में जिला पंचायत सदस्य लालजी यादव की हत्या की गई थी और लालजी यादव और राजकुमार यादव दोनों लोग दोस्त थे और राजकुमार यादव लालजी यादव के केस में उनकी तरफ पैरवी कर रहे थे और इसी को लेकर उनकी हत्या की गई है। ग्रामीणों की मांग है कि हत्या करने वाले बदमाशों का एनकाउंटर किया जाए।
घटना के बाद बवाल की सूचना पर डीएम एसपी भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुँचे और स्थानीय लोगों को समझाने के प्रयास में जुट गए। 3 घंटे के प्रयास के बाद पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण पाया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। डीएम मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और परिजनों ने जिनके नाम बताए है उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिए और घण्टो बाद जाम समाप्त कराया लेकिन दिनदहाड़े बीच सड़क हुए इस हत्याकांड ने एक बार फिर कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।
By Javed Ahmad