वहीं भीनमाल में दो दिन से जारी गर्मी के बाद क्षेत्र में सोमवार दोपहर को बरसात हुई। दोपहर बाद आसमान में उमड़ी काली घटाएं मेघगर्जन के साथ बरसनी शुरू हुई। आधे घंटे तक तूफानी हवा के साथ बरसात हुई। बीच में ओळे भी गिरे। बरसात से शहर की सड़कें पानी से जलमग्न हो गई। बेमौसमी बरसात से किसानों के अरमान मिट्टी में मिल गए। खेतों में कटी खरीफ की मूंग, बाजरी, मोठ, तिल व ग्वार की फसलों को भारी नुकसान हुआ।
किसानों का कहना है कि चार माह से कड़ी मेहनत से खरीफ की फसलों से कुछ उम्मीद थी, लेकिन कुदरत के कहर ने किसानों के अरमान को धूमिल कर दिया। खासकर बाजरी, तिल, ग्वार व मूंग की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। यहां तहसील मुख्यालय पर 11 एमएम बरसात दर्ज हुई। किसान जीवाराम माली का कहना है कि इन दिनों खेतों में बाजरे व मूंग की फसल कट कर रखी हुई है। बरसात से कट कर रखा बाजरा जमीन पर अंकुरित हो जाएगा। इसके अलावा मूंग की फलियां गिर जाएगी। इसके अलावा चारा भी सड़ जाएगा। इन फसलों से किसानों को काफी उम्मीद थी।