निजी विद्यालयों से प्रति विद्यार्थी 40 रुपए का डीडी जमा करवाने के बाद ही मार्कशीट जारी की जा रही है, जबकि सरकारी स्कूल व मदरसों के लिए ऐसा नहीं है।
निजी विद्यालय संचालकों का आरोप
निजी विद्यालय संचालकों का कहना है कि जिले में भी इस मामले में एकरूपता नहीं है। बागोड़ा और सांचौर ब्लॉक में तो तमाम विद्यार्थियों को मार्कशीट बांट दी गई है, जबकि अन्य ब्लॉकों में अभी तक ऐसा नहीं हुआ है। स्कूल शिक्षा परिवार
जालोर के जिलाध्यक्ष विक्रमसिंह धानसा का कहना है कि एक ही राज्य में एक ही जिले में 2 नियम चल रहे हैं। जालोर जिले के कुछ ब्लॉक में पीईईओ फोन कर सूचना देकर बिना किसी शुल्क के मार्कशीट बांट रहे है तो वहीं दूसरे ब्लॉक में सीबीईईओ ऑफिस वाले हमारी मार्कशीटों को अमानत के रूप में बड़े जतन से तिजोरियों में जमाकर रखे हैं।
ये है आरटीई एक्ट, जिसके विपरीत हालात
आरटीई एक्ट (निशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार) के कानून के तहत कक्षा 1 से 8 तक किसी भी विद्यार्थी से परीक्षा शुल्क नहीं लिया जा सकता है। जबकि तीन वर्ष पहले शिक्षा विभाग कक्षा 5 वीं बोर्ड के विद्यार्थियों से प्रति विद्यार्थी रुपए जमा करवाने के आदेश है।
इस तरह का अंतर 5वीं और 8वीं बोर्ड में
आठवीं बोर्ड परीक्षा को आरटीई एक्ट लागू होने के बाद सत्र 2014-15 में फिर से शुरू किया गया था। सत्र 2014-15 में 8 वीं बोर्ड परीक्षा एक वर्ष वैकल्पिक रखी गई थी, उसके बाद सत्र 2015-16 से सभी विद्यार्थियों के लिए अनिवार्य की गई। तब से लगाकर वर्तमान तक प्रतिवर्ष आठवीं बोर्ड परीक्षा लगातार हो रही है, आठवीं बोर्ड परीक्षा का कोई शुल्क नहीं है, जबकि 5 वीं बोर्ड परीक्षा के लिए निजी विद्यालय के प्रति विद्यार्थी 40 रुपए जमा करवाने के आदेश हैं।
हस्तक्षेप के बाद सुलझा मामला
भीनमाल ब्लॉक के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने तो विभाग के आदेशों से भी एक कदम आगे बढ़ाते हुए पांचवीं बोर्ड परीक्षा की मार्कशीटों के साथ-साथ आठवीं बोर्ड परीक्षा की मार्कशीटों को भी रोक लिया। उन्होंने कहा कि पांचवीं बोर्ड परीक्षा का शुल्क जिस विद्यालय का जमा नहीं है। उन विद्यालयों को आठवीं की मार्कशीटें भी नहीं मिलेगी। गैर सरकारी विद्यालय संगठन स्कूल शिक्षा परिवार के भारी विरोध एवं जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक भैराराम चौधरी के हस्तक्षेप के बाद आठवीं की मार्कशीट का वितरण किया गया।
इनका कहना
बागोड़ा ब्लॉक में 5 वीं बोर्ड परीक्षा की मार्कशीटें प्रतिवर्ष निशुल्क मिल रही हैं। पूरे ब्लॉक के सभी नोडल पीईईओ द्वारा कॉल करके बुलाकर सभी विद्यालयों की मार्कशीटें वितरित की जा चुकी है। मेरे स्वयं के विद्यालय की मार्कशीटें भी सारी मिल चुकी है, कोई मार्कशीट बकाया नहीं है। - * ताराराम चौधरी, निजी विद्यालय संचालक, बागोड़ा
सांचौर ब्लॉक में 5वीं बोर्ड की मार्कशीटें प्रतिवर्ष निशुल्क मिल रही हैं। मेरे स्वयं के विद्यालय की मार्कशीटें भी बिना किसी शुल्क के सारी मिल चुकी है, कोई मार्कशीट बकाया नहीं है। हालांकि जालोर में कई स्थानों पर मार्कशीट को लेकर दिक्कत जरुर आ रही है।
- * लाभुराम देवासी, निजी विद्यालय संचालक फालना (सांचौर)
शिक्षा विभाग द्वारा पांचवीं बोर्ड परीक्षा के नाम पर शुल्क वसूली आरटीई एक्ट का खुलेआम उल्लंघन है। बिना किसी शुल्क के पूरे जिले की सभी बकाया मार्कशीटें जल्दी ही वितरित नहीं की गई तो हम जिला कलक्टर मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन व आन्दोलन करेंगे।
- * विक्रमसिंह राठौड़, जिलाध्यक्ष, स्कूल शिक्षा परिवार, जालोर
संबंधित संस्था की ओर से प्रति विद्यार्थी की मार्कशीट के अनुसार राशि जमा करवाई जानी है। किसी ब्लॉक में निशुल्क वितरण किया गया है तो वहां की स्थानीय व्यवस्था के तहत किया गया होगा। नियमानुसार तो भुगतान ही किया जाना है।
- * भैराराम चौधरी, प्राचार्य, डाइट