चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर
बिपरजॉय तूफान अरब सागर में उठा है और फिलहाल यह पूर्वी-मध्य अरब सागर में है, जो सौराष्ट्र से करीब 500 किलोमीटर दूर है। वर्तमान में यह एक्सट्रीमली सीवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म श्रेणी में है, जिसमें हवाएं 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं। इसके 15 जून दोपहर को सौराष्ट्र से टकराने के आसार है। अगले दिन यह कमजोर होकर डीप डिप्रेशन में बदल जाएगा। प्रदेश में इसका असर जोधपुर और उदयपुर संभाग में सर्वाधिक होगा।
weather Alert: जानिए चक्रवाती तूफान बिपरजाॅय हमसें कितना दूर है
आगे ऐसा रहेगा मौसम
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राजस्थान में सिस्टम का सर्वाधिक असर 16-17 जून को रहेगा। 16 जून को यह डीप डिप्रेशन में बदल जाएगा। इसके असर से 14 जून से जोधपुर-उदयपुर संभाग के जिलों में आंधी-बारिश शुरू हो सकती है। 16-17 जून को इसका क्षेत्र बढ़ेगा, साथ ही सिस्टम की तीव्रता भी बढ़ेगी। इसका विस्तृत असर आगामी दो दिन में पता चलेगा। अभी तक के पूर्वानुमान के अनुसार कुछ स्थान पर भारी बारिश भी हो सकती है। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।
तूफान छोड़ गया तबाही के निशान, सिपाही की मौत
श्रीगंगानगर. जिले में शनिवार रात अस्सी किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आया तूफान कुछ घण्टे बाद शांत हो गया। लेकिन अपने पीछे तबाही के निशान छोड़ गया। तूफान में मोटरसाइकिल दुर्घटनाग्रस्त होने से अनूपगढ़ थाने के एक सिपाही की मौत हो गई। सिपाही राजेश पूनिया ड्यूटी के बाद अपने घर जा रहा था। तूफान से बड़ी संख्या में विद्युत पोल धराशायी हो गए। तूफान के वेग से सैकड़ों पेड़ उखड़ गए। पेड़ गिरने से कई नहरें टूट गई।
अंधड़ के कारण जिला मुख्यालय पर कई घंटे विद्युत आपूर्ति भंग रही। बारिश से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में आई गिरावट से रविवार को धूप के बावजूद गर्मी का एहसास नहीं हुआ। तूफान का असर पूरे जिले में रहा। इसके वेग से बड़ी संख्या में विद्युत पोल धराशायी हो गए। नहरों के किनारे खड़े पेड़ उखड़ कर नहरों में गिरने से समेजा, जेड और बीबी नहर ओवरफ्लो होकर टूट गई। पेड़ों के उखड़ने से कइ नहरों की लाइनिंग भी क्षतिग्रस्त हुई है। जो नहरें टूटी है उनमें जल प्रवाह बंद करवा कर उनकी मरम्मत करवाई जा रही है।