कहीं तो कमी रही….
चुनाव के पहले चरण के दौरान मतदान बहिष्कार वाले 23 क्षेत्रों में प्रशासन ने समझाईश करने का प्रयास किया, लेकिन अधिकांश जगह समाधान नहीं होने के कारण मतदाता या तो वोट डालने नहीं पहुंचे या कहीं समाधान हुआ तो उसमें समय लगने के कारण मतदान बहुत ही कम हुआ। प्रदेश में 11 जगह 10 से 20 प्रतिशत लोग ही मतदान करने पहुंचे। इन सहित प्रदेश में 168 मतदान केन्द्रों पर 30 प्रतिशत से भी कम मतदाताओं ने वोट डाला।यहां रहा सबसे अधिक मतदान
दौसा : बांदीकुई के अलियापाड़ा में 96.78 फीसदी नागौर : मकराना के भाकरों की ढाणी में 93 फीसदीचूरू: तारानगर के कासुम्बी में 92.93 फीसदी
झुंझुनूं : सूरजगढ़ क्षेत्र स्थित खेदडि़यों की ढाणी में 91.82 फीसदी
बीकानेर: खाजूवाला क्षेत्र के बराला में 91.12 फीसदी
मतदान केन्द्र, जहां लोकसभा क्षेत्रवार सबसे अधिक व सबसे कम मतदान
लोकसभा क्षेत्र | सबसे अधिक मतदान | मतदान प्रतिशत | सबसे कम मतदान | तदान प्रतिशत |
जयपुर | मांग्यावास स्कूल | 89.16 | हाज्यावाला बूथ | 25.36 |
जयपुर ग्रामीण | लालपुरा | 87.25 | नाथसुर | 24.68 |
सीकर | लांबी ढाणी | 88.73 | नाई बस्ती मोहनपुरा खरकडा | 1.12 |
झुंझुनूं | गांव खेदडि़यों की ढाणी | 91.82 | बनगोठड़ी | 0.27 |
बीकानेर | बराला | 91.12 | फालांवाली | 0.74 |
दौसा | अलियापाड़ा | 96.78 | पालावाला जाटान | मतदान बहिष्कार |
श्रीगंगानगर | गांव 23 ओ | 90.63 | भोपालपुरा | 41.48 |
अलवर | राजधोकी | 85.6 | पैंतपुर | 34.46 |
नागौर | भाकरों की ढाणी | 93 | रूपपुरा | 26.17 |
करौली | धौलपुर-टोडूपुरा | 84.82 | गुजर्राकलां | 2.44 |
भरतपुर | अभयपुर | 79.23 | ओखलियापुरा | 27.04 |
चूरू | थालोड़ी | 88 | साण्डवा व पार्वतीसर | 44 |