भूपेन्द्र यादवः केन्द्रीय मंत्री हैं और पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। अलवर सीट से मैदान में है। अभी तक दूसरे प्रत्याशियों के प्रचार में ज्यादा सक्रिय नजर नहीं आए। अर्जुनराम मेघवालः केन्द्रीय कानून मंत्री हैं और बीकानेर सीट से तीसरी बार चुनावी रण में हैं। खुद के क्षेत्र में ही मतदाताओं के बीच घूम रहे हैं।
गजेन्द्र सिंह शेखावतः केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री हैं। जोधपुर सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। सीएम के हस्तक्षेप के बाद वे नेता
भी साथ हैं, जो पहले अदावत दिखा रहे थे। कैलाश चौधरी: केन्द्रीय राज्य मंत्री हैं। बाड़मेर-जैसलमेर सीट त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी है। इसलिए पूरा जोर अपने ही लोकसभा क्षेत्र में लगा रहे हैं। सीपी जोशी भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के तौर पर कई प्रत्याशियों की नामांकन सभा में शामिल हुए, लेकिन उसके बाद खुद के लोकसभा क्षेत्र में ही फोकस हो गया।
ओम बिरला: लोकसभा अध्यक्ष हैं। कोटा सीट से तीसरी बार उम्मीदवार हैं। नितिन गड़करी, मोहन यादव, केशवप्रसाद मौर्य, देवेन्द्र फडणवीस, संजीव बालियान, कृष्णपाल सिंह गुर्जर, पुरुषोत्तम रूपाला, मनोज तिवारी |
कांग्रेस के स्टार प्रचारक और भीलवाड़ा से लोकसभा प्रत्याशी सीपी जोशी अपनी सीट पर व्यस्त हैं। यहां उनका मुकाबला भाजपा के दामोदर अग्रवाल से है। जोशी नाथद्वारा से विधानसभा चुनाव हार गए थे, अब लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन पर दांव खेला है। जोशी 2009 में भीलवाड़ा से सांसद चुने गए थे और यूपीए-2 में कैबिनेट मंत्री रहे थे।
राजस्थान में कांग्रेस के 16 स्टार प्रचारकों के दौरे नहीं हुए। इनमें रजनी पाटिल, भूपिंदर सिंह हुड्डा, मुकुल वासनिक, सुखविंदर सिंह सुक्खु, रणदीप सुरजेवाला, प्रमोद तिवारी, चरणजीत सिंह चन्नी, दीपेंद्र हुड्डा, इमरान प्रतापगढ़ी, कन्हैया कुमार, पवन खेड़ा, जिगनेश मेवाणी, आलोक शर्मा, अल्का लांबा, बीवी श्रीनिवास और वरुण चौधरी शामिल हैं।