29 नवम्बर को
अल्बर्ट हॉल पर किशनगढ़ के कलाकारों द्वारा चरी व घूमर नृत्यों के साथ ही अलवर के कलाकारों द्वारा भपंग वादन की प्रस्तुतियां देखने को मिलेंगी साथ ही खातु सपेरा विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेगा। उनके समूह का कालबेलिया नृत्य जिसमें तीन पीढियां एक साथ नृत्य की प्रस्तुति देंगी। शनिवार 30 नवम्बर को जयपुर के इंडी फोक ग्रुप युग्म बैंड की प्रस्तुति के साथ लोक वाद्य यंत्र रावण हत्था वादन प्रस्तुत किया जाएगा।
उल्लेखनीय है उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी की पहल पर लोक कलाकारों को मंच प्रदान करते हुए उन्हें सम्बल प्रदान करने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा कल्चर डायरीज नाम से पाक्षिक सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत की गई है, इस पाक्षिक सांस्कृतिक श्रृंखला की पहली दो दिवसीय प्रस्तुतियां नवम्बर के दूसरे पखवाड़े में अल्बर्ट हॉल पर आयोजित हो चुकी है।