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किसानों की माली हालत सुधार सकता है केला

Banana cultivation : किसानों के सामने अपनी आमदनी बढ़ाना किसी चुनौती से कम नहीं है…

जयपुरNov 01, 2019 / 05:02 pm

Ashish

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किसानों की माली हालत सुधार सकता है केला

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Banana cultivation : किसानों के सामने अपनी आमदनी बढ़ाना किसी चुनौती से कम नहीं है लेकिन किसान चाहें तो कृषि के नवाचारों के इस्तेमाल के साथ ही नगदी उपजों की खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इन्ही नगदी फसलों यानि केश क्रॉप में से एक है केला। केला ऐसा फल है जिसकी पूरे साल हर सीजन में डिमांड बनी रहती है। ऐसे में सेहत को दुरूस्त करने के लिए काम में लिया जाने वाला केला अच्छा मुनाफा देकर किसान की माली हालत को भी सुधार सकता है। केला एक नगदी फसल है।
विशेषज्ञों के मुताबिक केले की एक एकड़ खेती में कम लागत में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। एक एकड़ खेती में आमतौर पर एक से डेढ़ लाख रुपए तक की लागत आती है। लेकिन अगर कोई किसान अच्छे से कृषि विशेषज्ञों की सलाह से केले की खेती करे तो एक एकड़ एरिया में आसानी से डेढ़ से दो लाख रुपए का मुनाफा कमाया जा सकता है। आपको बता दें कि भारत में कई राज्य अच्छा केला उत्पादक हैं। इन राज्यों की बात करें तो खासतौर पर केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, उत्तरप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मेघालय के साथ ही एमपी में खासतौर पर केले की खेती की जाती है। महाराष्ट्र में भुसावल, बिहार के हाजीपुर, उत्तरप्रदेश के बाराबंकी-बहराइच में अच्छे एरिया में किसान केले की खेती करते हैं।
एक एकड़ से इतना मुनाफा
विशेषज्ञों के मुताबिक कोई किसान अगर केले की खेती करना चाहे तो एक एकड़ एरिया में 1200 के आसपास पौधे लगा सकता है। इन पौधों के लगाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इनके बीच की दूरी कम से कम 6 फीट तक हो। केले की फसल 13-14 महीने में तैयार हो जाती है। केले की फसल की रोपाई का सबसे अच्छा समय जून-जुलाई का होता है। हालांकि केले की खेती उन इलाकों में अच्छे पैमाने पर की जाती है जहां पानी बहुतायत में उपलब्ध हो। क्योंकि केले की खेती में पानी की ज्यादा जरूरत पड़ती है। मिट्टी की क्षमता और उसके प्रकार के हिसाब से सामान्यतया दो सप्ताह के अंतराल से सिंचाई की जरूरत पड़ती है। हालांकि केले की सिंचाई में किसानों को इस बात का खयाल रखना चाहिए कि खेत में जलभराव नहीं होना चाहिए।
इन बातों का रखे खास ध्यान
केले की खेती के समय किसानों को कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि जिस जगह पर केले की खेती की जानी है वो जगह पूरी तरह से समतल होनी चाहिए। सिंचाई के समय खेत में जलभराव नहीं होना चाहिए। किसान हरी खाद और गोबर इत्यादि का प्रयोग कर सकते हैं। सर्दियों में केले की फसल को पाले से बचाने के उपाय करने चाहिए। केले की कई किस्म हैं। किसान अपने क्षेत्र की स्थितियों के हिसाब से कृषि विशेषज्ञों से सलाह लेकर खेती कर सकते हैं। किसानों को केले में फूल आने के स्टेज में विशेष ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि इसी समय केले में रोग लगने की आशंका बनी रहती है।

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