इधर, शनिवार शाम को छात्राओं को रस्सी के सहारे बिस्तर और खाना पहुंचाया गया था। इसके बाद रविवार को भी खाना—पानी रस्सी से बांधकर टंकी पर चढ़ी छात्राओं के पास पहुंचाया गया है। गौरतलब है कि अभ्यर्थियों ने परीक्षा तिथि पांच महीने आगे बढ़ाने, बाहरी राज्यों के छात्रों का कोटा कम करने सहित पांच मांगों को लेकर 23 नवम्बर को अभ्यर्थियों ने राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर धरना शुरू किया था। परीक्षा तिथि आगे नहीं बढ़ने पर 16 दिसंबर को हजारों अभ्यर्थी राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा के नेतृत्व में विश्वविद्यालय से सिविल लाइंस और उसके बाद शहीद स्मारक पहुंचे, वहां पांच दिन धरना देने के बाद शनिवार को पांच अभ्यर्थी जगतपुरा में पांनी की टंकी पर चढ़ गई।
वहीं, सीबीआई फाटक पर पानी की टंकी पर पहुंची महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा ने कहा कि बेटियां लंबे समय से टंकी पर चढ़ी हुई है। लेकिन सरकार की ओर से अभी तक कोई प्रतिनिधि नहीं आया है। सरकार सीएए के मुद्दे पर सड़क पर मार्चपास्ट कर रही है। दूसरी ओर बेटियां अपनी मांगों को लेकर पानी की टंकी पर चढ़ी हुई है।