सचिन पायलट ने पेपर लीक पीड़ितों को मुआवजा देने को लेकर भी मुख्यमंत्री गहलोत पर निशाना साधा और कहा कि मैं जिन नौजवानों के साथ धोखा हुआ उनकी मदद के लिए कहता हूं तो कहते हैं कि मानसिक दिवालियापन हो गया है लेकिन सच्चे मन से मदद करने के लिए हमारा दिल बड़ा होना चाहिए। दरअसल इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि जो इस तरह की मांग कर रहे हैं वो बौद्धिक तौर पर दिवालियापन हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी लिया निशाने पर
सचिन पायलट ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि मैंने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का सालों विरोध किया था, आज मैं कहता हूं कि आपने खान आवंटित कर दी और जब चोरी पकड़ी गई तो रद्द कर दिया लेकिन आवंटन तो किया था और उसका लेखा-जोखा तो देना पड़ेगा।
मेरे पिता ने कभी अन्याय से समझौता नहीं किया
सचिन पायलट ने कहा कि 23 साल पहले आज ही के दिन मेरे पिता की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। मैंने राजनीति अपने पिता से सीखी है उन्होंने राजनीति में अपनी अलग लाइन तय की और कभी भी अन्याय के खिलाफ समझौता नहीं किया। हमेशा जनहित के मामले सर्वोपरि रखें, पायलट ने कहा कि वो अपने पिता को अपना आदर्श मानते हैं और उनकी ही तरह वो भी अपने स्वाभिमान और आदर्शों से कभी समझौता नहीं करेंगे।
पायलट ने कहा कि मेरी राजनीतिक सोच स्पष्ट है अपने पिता का ही अनुसरण करते हुए हमेशा नौजवानों के हितों की बात की है। देश और समाज से भ्रष्टाचार मिटाने की बात की है, युवाओं के लिए रोजगार की बात की है, आज मौका राजनीतिक बात करने का नहीं है।
इसलिए वे इस मंच से कोई राजनीतिक बात नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता को न्याय जरूर मिलेगा।इसी के साथ उन्होंने साफ कर दिया कि वो भ्रष्टाचार और नौजवानों के मुद्दे पर कभी पीछे नहीं हटेंगे और उनकी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी। इससे पहले दौसा के भड़ाना में राजेश पायलट की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभा के दौरान प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया। उसके बाद सचिन पायलट ने दौसा के गुर्जर छात्रावास में राजेश पायलट की मूर्ति का अनावरण किया।
श्रद्धांजलि सभा में यह नेता रहे मौजूद
श्रद्धांजलि सभा में कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, ममता भूपेश, हेमाराम चौधरी, बृजेंद्र ओला, मुरारी लाल मीणा, विधायक राकेश पारीक, जीआर खटाना, रामनिवास गावड़िया, मुकेश भाकर, इंद्राज गुर्जर, वेद प्रकाश सोलंकी, पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी भी मौजूद रहे।
अटकलों पर लगा विराम
वहीं 11 जून को राजेश पायलट की पुण्यतिथि के मौके पर सचिन पायलट की ओर से नई पार्टी के गठन की चल रही अटकलों पर फिलहाल विराम लग गया है। सचिन पायलट ने नई पार्टी के गठन को लेकर एक भी शब्द मंच से नहीं बोला। ऐसे में साफ है कि सचिन पायलट का इरादा फिलहाल कांग्रेस में रहकर ही अपनी मांगों को पार्टी हाईकमान के सामने लगातार उठाना है।
वीडियो देखेंः- Dausa में श्रद्धांजलि सभा में गरजे Sachin Pilot | Sachin Pilot Dausa Rally Update