भागवत यहां 7 जून तक प्रवास में रहेंगे और उनका पूरा समय शिक्षार्थियों के लिए ही रहेगा। इसके बाद वे 8 और 9 जून को उदयपुर प्रवास पर रहेंगे जहां वे 40 वर्ष से अधिक आयु के स्वयंसेवकों के विशेष द्वितीय वर्ष प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होंगे।
सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
सरसंघचालक मोहन भागवत के प्रवास के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। आयोजन स्थल पर स्थानीय पुलिस पैनी निगरानी रख रही है। गौरतलब है कि भागवत को जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है।
कड़ी सुरक्षा के बीच ट्रेन से पहुंचे हिंडौन
आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत रविवार रात को नई दिल्ली से पश्चिम एक्सप्रेस ट्रेन से रात करीब 9 बजे हिण्डौनसिटी पहुंचे। जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त भागवत के आगमन को लेकर स्थानीय पुलिस और प्रशासन भी अलर्ट नज़र आये। इससे पहले रेलवे प्रशासन ने भी प्लेटफार्म क्रमांक एक की ‘स्पेशल’ सफाई कराई। वहीं आरपीएफ के अधिकारी भी रेलवे स्टेशन पर मुस्तैद नजर आए।
प्रोटोकॉल के तहत 20-25 गाड़ियों में मौजूद सुरक्षा अधिकारियों के घेरे में उन्हें हिण्डौन रेलवे स्टेशन से बयाना मार्ग स्थित आदर्श विद्या मंदिर पहुंचाया गया, जहां 40 वर्ष से कम आयु के वर्ग शिविर चल रहा है। इधर भागवत के हिण्डौन वर्ग शिविर में प्रवास पर आगमन के कार्यक्रम को लेकर रेलवे स्टेशन परिसर में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात रहा।
राजस्थान में दो जगह प्रशिक्षण
जानकारी के अनुसार आरएसएस के नियमित ‘संघ शिक्षा वर्ग के प्रशिक्षण शिविर’ में कार्यकर्ताओं के शारीरिक और बौद्धिक प्रशिक्षण पर ज़ोर दिया जाता है। ग्रीष्मावकाश में ये प्रशिक्षण कार्यक्रम तीन सप्ताह का रहता है। इस वर्ष राजस्थान में हिंडौन और उदयपुर दो स्थानों पर द्वितीय वर्ष का आयोजन हो रहा है। हिंडौन में 40 वर्ष से कम तो उदयपुर में 40 वर्ष आयु से अधिक के स्वयंसेवक भाग ले रहे हैं।