scriptRising Rajasthan: झुंझुनूं में तैयार होंगे पायलट, बारां में लगेगी लहसुन यूनिट, जानें आपके जिले में कितना आएगा निवेश? | Rising Rajasthan Summit New industry is expected to be set up in every district of Rajasthan | Patrika News
जयपुर

Rising Rajasthan: झुंझुनूं में तैयार होंगे पायलट, बारां में लगेगी लहसुन यूनिट, जानें आपके जिले में कितना आएगा निवेश?

Rising Rajasthan Summit: राइजिंग राजस्थान समिट के सहारे औद्योगिक विकास की उम्मीदों पर उड़ान भरने के लिए राजस्थान तैयार है। इसके लिए सरकार का पूरा तंत्र पिछले कई महीनों से प्रयास कर रहा है।

जयपुरDec 08, 2024 / 03:10 pm

Anil Prajapat

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Rajasthan News: जयपुर। औद्योगिक विकास की उम्मीदों पर उड़ान भरने के लिए राजस्थान तैयार है। इसके लिए सरकार का पूरा तंत्र पिछले कई महीनों से प्रयास कर रहा है। देश के कई शहरों में रोड शो के जरिए निवेशकों तक पहुंचे। कारवां विदेशी धरती तक पहुंचा। सरकार आठ देशों में उद्योगपतियों और निवेशकों से मिली। राइजिंग राजस्थान समिट से पहले प्रदेश के जिलों में भी प्री-समिट हुई। जैसलमेर, फलौदी, नागौर, जालौर, बीकानेर, जोधपुर में अक्षय ऊर्जा में बड़े निवेश की तैयारी है।
वहीं, जयपुर, उदयपुर, राजसमंद, चितौड़गढ़ जैसे पर्यटन स्थलों के लिए कई कंपनियां आगे आई हैं। राइजिंग राजस्थान समिट के बाद राज्य के हर जिले में कुछ न कुछ नया उद्योग लगने की उम्मीद जगी है। बारां में लहसुन प्रोसेसिंग की यूनिट स्थापित होगी। श्रीगंगानगर में भी कृषि आधारित उद्योग लगेंगे। वहीं, झुंझुनूं जिले में पायलट प्रशिक्षण संस्थान खुलेगा। उदयपुर में कंप्रेस्ड बायोगैस का उत्पादन होगा।
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जानें कौनसे जिले को कितना फायदा?

भीलवाड़ा में 1500 को रोजगार की उम्मीद: जिले में प्रमुख एमओयू हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड ने किया है। कंपनी जिले में 1500 करोड़ का निवेश करेगी। इससे 1500 लोगों को रोजगार मिलेगा।
अजमेर में मशीनरी उद्योग को लगेंगे पंख: जिले में प्रमुख एमओयू मशीनरी उद्योग का हुआ है। इसमें 500 करोड़ का निवेश होगा और 1500 से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की उमीद जगी है।
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नीमकाथाना में एग्रो प्रोसेसिंग यूनिट: जिले में प्रमुख एमओयू एग्रो प्रोसेसिंग यूनिट के लिए हुए हैं। इस सेक्टर में 156 करोड़ का निवेश होगा। इससे 1 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। खनिजों से संपन्न नीमकाथाना जिले को बूस्टरडोज मिलेगा। खनन के अलावा अर्थव्यवस्था का दूसरा विकल्प मिलने से रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे।
झालावाड़ में सोयाबीन प्लांट: झालावाड़ जिले में प्रमुख एमओयू फूड प्रोडेक्ट बनाने वाली कंपनी की ओर से किया गया है। इस उद्योग में 160 करोड़ रुपए का निवेश होगा और 500 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। जिले में सोयाबीन प्लांट लगने से जिले का आर्थिक ढांचा मजबूत होगा।
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झुंझुनूं में पहली बार कॉमर्शियल पायलट ट्रेनिंग: झुंझुनूं जिले में जिले में पहली बार कॉमर्शियल पायलट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट खुलेगा। इससे जिले में पायलट तैयार होंगे। इसके अलावा दो कंपनियों ने 8250 करोड़ रुपए के एमओयू सौर ऊर्जा के प्लांट लगाने के लिए किए हैं। एक कंपनी 3750 करोड़ व दूसरी कंपनी 4500 करोड़ का निवेश करेगी।
उदयपुर में बायो एनर्जी से 40 हजार को रोजगार: उदयपुर जिले में प्रमुख एमओयू बायो एनर्जी का हुआ है। इसमें 58 हजार 500 करोड़ का निवेश होगा। जिससे 40 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके प्लांट में कंप्रेस्ड बायोगैस बनेगी। इससे राजस्थान में कंप्रेस्ड बायोगैस एनर्जी के क्षेत्र में योगदान बढ़ेगा।
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श्रीगंगानगर में कृषि उद्योगों में निवेश की उम्मीद: जिले में 252 एमओयू हुए हैं। इनमें ज्यादातर कृषि आधारित उद्योग हैं। सभी में 3410 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है। इन उद्योगों से 7203 को प्रत्यक्ष और 12148 को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की उम्मीद है।
बारां में तीन प्रोसेसिंग यूनिट लगेंगी: बारां जिले में 3 प्रस्ताव लहसुन प्रोसेसिंग यूनिट के आए हैं। जल्द ही इनको मूर्त रूप दिया जाएगा। हाड़ौती में लहसुन की पैदावार खूब होती है। इसके अलावा एक एमओयू केमिकल्स कंपनी ने किया है। यह कंपनी 300 करोड़ रुपए का निवेश करके बॉटलिंग और डिस्टेलरी उद्योग की स्थापना करेगी। इससे रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
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बूंदी में 1010 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव: जिले में शीतलपेय कंपनी की ओर से 1010 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव है। इससे करीब 850 लोगों को रोजगार मिलेगा। निवेश से जिले में बेरोजगारी घटेगी।
कोटा में ग्रीन हाइड्रोजन: कोटा में प्रमुख एमओयू ग्रीन हाइड्रोजन निर्माण की यूनिट स्थापित करने के लिए हुआ है। इसमें करीब 4500 करोड़ रुपए का निवेश होगा। इससे 500 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। कोटा संभाग में ग्रीन हाइड्रोजन का यह पहला प्लांट लगेगा। वर्तमान में कोयला आधारित थर्मल पावर प्लांट संचालित है।
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राजसमंद में 5 हजार रोजगार होंगे सृजित: जिले में प्रमुख एमओयू हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड की ओर से किया गया है। करीब 3000 करोड़ रुपए का निवेश होगा। जिससे 5 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। निवेश से जिले में आर्थिक विकास होगा, आय व राजस्व में वृद्धि होगी, इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार होगा। राज्य की जीडीपी में भी वृद्धि होगी।
बीकानेर में 20 हजार करोड़ का निवेश: बीकानेर में 20 हजार करोड़ रुपए का निवेश ऊर्जा क्षेत्र में होगा। इसके तहत सोलर प्लांट और हाईब्रिड प्लांट स्थापित किए जाएंगे। इससे बीकानेर में अक्षय ऊर्जा का बड़ा हब विकसित होगा।
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अलवर-सीकर में मेडिकल कॉलेज: प्रमुख एमओयू के तहत 625 करोड़ रुपए की लागत से अलवर में मेडिकल कॉलेज का निर्माण होगा। इसी तरह सीकर जिले में 500 करोड़ का सबसे बड़ा एमओयू स्थानीय शिक्षण समूह ने किया है। एमओयू के तहत मेडिकल कॉलेज का निर्माण होगा। इससे 500 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा।
भिवाड़ी में आईटी सिटी: भिवाड़ी में आईटी कंपनी ने 5 हजार करोड़ का एमओयू किया है। इसमें 25 हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा। पहली बार ऑटो सेक्टर के अलावा आईटी सेक्टर में कोई कंपनी इतना बड़ा निवेश करेगी। इससे भिवाड़ी की पहचान आईटी सिटी के रूप में स्थापित हो सकेगी।
चूरू में यूनिवर्सिटी की सौगात: जिले में प्रमुख एमओयू 700 करोड़ की लागत से यूनिवर्सिटी बनाने का हुआ है। इससे जिले में उच्च शिक्षा और व्यवसायिक पाठ्यक्रमों के अध्ययन के लिए दूसरे शहरों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
केकड़ी में खुलेंगी शिक्षण संस्थाएं: केकड़ी जिले में प्रमुख एमओयू शिक्षण संस्थान के समूह के साथ हुआ है। क्षेत्र में लगभग 1500 करोड़ रुपए के निवेश के साथ आधुनिक पाठ्यक्रमों के लिए संस्थान स्थापित किए जाएंगे।
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सिरोही में 1200 मेगावाट का पीएसपी प्लांट: यहां प्रमुख एमओयू एनर्जी कंपनी ने किया है। यहां 1200 मेगावाट का पीएसपी प्लांट स्थापित होगा। सिरोही जिले के रेवदर क्षेत्र में नदी पर प्लांट स्थापित कर पानी से बिजली का उत्पादन किया जाएगा। करीब 5 हजार करोड़ का रुपए का निवेश होगा। करीब 500 लोगों को रोजगार मिलेगा।
जोधपुर में फुटवियर उद्योग: जिले में सबसे बड़ा एमओयू फुटवियर डिजाइन कंपनी ने किया है। इस उद्योग में 100 करोड़ का निवेश होना प्रस्तावित है। इससे 1000 लोगों को रोजगार मिलेगा। पहली बार फुटवियर इंडस्ट्री राजस्थान में आएगी। इससे यहां रोजगार के अवसर विकसित होंगे।
ब्यावर में सीमेंट उत्पादन बढ़ेगा: जिले में सबसे बड़ा निवेश सीमेंट कंपनियों ने किया है। सीमेंट उद्योग में करीब 2672 करोड़ रुपए का निवेश होने की उम्मीद है। इससे जिले में करीब पांच हजार लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
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अजमेर में मशीनरी उद्योग को लगेंगे पंख: जिले में शीतलपेय कंपनी की ओर से 1010 करोड़ रुपए के निवेश का प्रस्ताव है। इससे करीब 850 लोगों को रोजगार मिलेगा। निवेश से जिले में बेरोजगारी घटेगी।

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