— वित्तीय वर्ष 2021—22 के लिए 943 घोषणाएं
— वित्तीय वर्ष 2020—21 के लिए 363 घोषणाएं
— वित्तीय वर्ष 2019—20 के लिए 379 घोषणाएं
सीएजी ने की थी टिप्पणी
सीएजी ने वित्तीय वर्ष 2016—17 से 2019—20 तक की बजट घोषणाओं की समीक्षा की,जिसमें पाया कि 2019—20 में 165 योजनाओ के लिए आवंटित बजट का पूरा उपयोग ही नहीं हो पाया, जबकि संशोधित अनुमान में 33 योजनाओं का बजट प्रावधान ही वापस ले लिया गया। इसके अलावा 54 योजनाओं के लिए टोकन बजट ही जारी किया गया। सीएजी की रिपोर्ट के अनुसार कुछ बजट घोषणाएं तो 2015—16 की ही अब तक पूरी नहीं हुई हैं। इसमें 2015—16 से 2018—19 तक की 8 बजट घोषणाओं की प्रगति पर सवाल उठाते हुए कहा है कि इनमें देरी से जनता को योजनाओं का लाभ ही नहीं मिल पाया।