गौरतलब है कि इसे पूरी तरह कम्प्यूटराइज किया गया है जिससे छात्रों को किताब की जानकारी ऑनलाइन ही मिल सके। इसके अलावा कौनसी किताब कहां रखी हैं, यह एक क्लिक करने पर ही पता चलेगा। लाइब्रेरी में आने वाले हर छात्र की जानकारी ऑनलाइन रहेगी। लाइब्रेरी की क्षमता करीब एक हजार छात्रों की है। लाइब्रेरी शुरू होने के बाद विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रहे हजारों शोधार्थियों को फायदा होगा। इसी के साथ विवि से स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे करीब 15 हजार विद्यार्थी यहां अध्ययन कर सकेंगे। शोध कर रहे शोधार्थियों को रिसर्च पेपर सर्च करलाइन ही मिलने व अलग.अलग लेखकों की पुस्तके पढऩे के लिए हजारों रुपए खर्च नहीं करने पड़ेगे। मॉडर्न लाइब्रेरी चालू होने पर उन्हें ये कंटेट निशुल्क उपलब्ध होगा। इसके अलावा प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी इसका लाभ ले सकेंगे।
कुलपति के नाम दिया ज्ञापन
छात्रों की इस परेशानी को देखते हुए एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक चौधरी के निर्देश पर एनएसयूआई विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष अमरदीप परिहार, सचिव अभिषेक रॉयल और छात्र नेता आमिर खान शेखावटी ने विश्वविद्यालय में कुलपति के नाम ज्ञापन सौंपा और लाइब्रेरी को जल्द शुरू किए जाने की मांग की।