सिर्फ लगे हैं बोर्ड, कंपनियां अस्तित्व में ही नहीं
हवाला कारोबार से जुड़ी वाट्सऐप चैट में बेहिसाब नकदी के लेन-देन के सबूत भी मिले हैं। घर और शोरूम में मिले बिना बिल के आभूषणों की जांच की जा रही है। समूह की ओर से कंपनियों में पेश की गई फर्जी शेयर पूंजी का भी जिक्र आया है।इसके साथ ही समूह ने शहर के कुछ बिल्डर्स के साथ मिलकर कई प्रोजेक्ट को फाइनेंस भी किया है। छापे के दौरान आयकर के अधिकारियों को कई चौंकाने वाली जानकारियां भी मिली हैं।
ग्रुप ने कोलकाता में जिन कार्यालयों की जानकारी दी, वहां केवल कंपनी के बोर्ड लगे हैं, किसी भी प्रकार का ज्वैलरी से जुड़ा कारोबार वहां नहीं मिला।