बैठक में प्रदेशभर में 4300 से ज्यादा बहुमंजिला फ्लैट्स और स्वतंत्र आवासों के लिए नई योजनाएं लाने को लेकर चर्चा हुई। इसके साथ ही प्रदेश के शहरों में पुरानी योजनाओं में बचे आवासीय भवनों व नई योजनाओं के रेरा में पंजीकरण कराने, योजनाओं की लागत और उपभोक्ताओं के लिए तय दर तथा लॉन्चिंग से जुड़ी सम्पूर्ण प्रगति की समीक्षा की गई।
आयुक्त अरोड़ा ने बताया कि जयपुर के प्रताप नगर सेक्टर 22-23 और 26 में कुल 1332, चूरु में 10, किशनगढ़ के खोड़ा में 57, धौलपुर में 45, बूंदी के लाखेरी में 317, टोंक के निवाई में 77, जोधपुर के बड़ली में 1090, चौपासनी में 72, हनुमानगढ़ में 504, आबूरोड में 189, भिंडर में 22, सलूंबर में 16, भीलवाड़ा के पटेल नगर 38, शाहपुरा में 46, चित्तौड़गढ़ के निंबाहेडा में 71, बड़ी सादड़ी में 74, बांसवाड़ा परतापुर में 80, दुर्गापुर में 63 और उदयपुर के हिरण मगरी में 24 एचआईजी, एमआईजी, एलआईजी और ईडब्ल्यूएस श्रेणी के आवासों के लिए योजना लॉन्च की जाएगी।
78 योजना रेरा में पंजीकृत
आयुक्त ने बताया कि नई लॉन्चिंग के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है, कुछ शेष बचे कामों के साथ जल्द ही आवासीय योजनाएं लांच कर दी जाएंगी। मंडल द्वारा अब तक कुल 78 योजनाओं को रेरा में पंजीकृत कर दिया गया है। उन्होंने अधिकारियों को आगामी 24 फरवरी तक 100 योजनाओं को पंजीकृत करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि रेरा में 100 का आंकड़ा छूते ही मंडल देशभर में सर्वाधिक रेरा पंजीकृत संस्था बन जाएगी।
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बैठक में ये हुए शामिल
बैठक में मुख्य अभियंता प्रथम केसी मीणा, मुख्य अभियंता द्वितीय जीएस बाघेला, वित्तीय सलाहकार संजय शर्मा, मुख्य संपदा अधिकारी प्रीति पंवार, अतिरिक्त मुख्य नगर नियोजक अनिल माथुर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।