लोकसभा चुनाव में मिली जीत से कांग्रेस उत्साहित है। इसके चलते पार्टी उपचुनाव को प्रतिष्ठा का सवाल मानकर चल रही है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने उपचुनाव को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट से अलग-अलग बात की। वहीं प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा व नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के साथ गुरुवार देर रात तक लंबी बैठक की। सूत्रों ने बताया कि झुंझुनूं व रामगढ़ सीट के टिकट को लेकर कोई विवाद नहीं है। दोनों सीटों पर पूर्व विधायकों के परिवार को टिकट की हरी झंडी दे दी गई है।
एक और हो सकती है बैठक
वहीं देवली-उनियारा में पार्टी कई नामों पर विचार कर रही है। सांसद हरीश मीणा से भी नाम मांगा गया है। मीणा जिसके नाम की सिफारिश करेंगे, उसके टिकट मिलने की संभावना अधिक है। दौसा से सांसद मुरारीलाल मीणा के परिवार के किसी सदस्य को टिकट देने की चर्चा जरूर हुई है, लेकिन अभी उन्हें हरी झंडी नहीं दी गई है। यहां पर किसी ब्राह्मण नेता को चुनाव में उतारने पर कांग्रेस सोच रही है। उम्मीदवारों के नामों को लेकर कांग्रेस की एक बैठक और हो सकती है। वहीं उम्मीदवारों के नामों की घोषणा अगले सप्ताह में होगी। तीन सीटों पर पार्टी की चिंता
कांग्रेस में खींवसर, चौरासी और सलूंबर सीट को लेकर चिंता बनी हुई है। इन तीनों सीटों पर अच्छे उम्मीदवार उतारने के लिए कई नामों पर चर्चा की जा रही है। खींवसर में आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल का दबदबा है, वहीं आदिवासी बाहुल्य इलाकों में बीएपी का वर्चस्व बढ़ता जा रहा है।