चाहे आमजन हो या नेता, कानून सबके लिए बराबर है। ऐसा सुना जाता है लेकिन होता नहीं है। सरकार आपकी है तो आप जमकर कानून का उल्लघंन करिए, आखिर में मामले पर लिपापोती कर एफआर तो लगनी ही है। ऐसे में डर काहे का। प्रदेश में कुछ ऐसा ही चल रहा है। पड़ताल में सामने आया है कि सत्ताधारी भाजपा के विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों के खिलाफ दर्ज मामलों की फाइलें एफआर लगाकर दबा दी गई है वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी के विधायक और निर्दलीय विधायक अब तक जांच का सामना कर रहे हैं।
विधानसभा में सरकार की ओर से पेश रिपोर्ट के अनुसार पिछले दो साल में विधायकों के खिलाफ कुल 27 मामले दर्ज हुए है। इनमें से सत्तारूढ़ पार्टी से जुडे विधायकों के 12 मामलों के एफआर लगा दी गई। जबकि विपक्ष से जुडे विधायकों के आठ मामलों में अभी भी जांच चल रही है। दो केस निर्दलीय विधायकों विधायकों के भी है जिनकी फिलहाल जांच लम्बित है।
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विधायक रणधीरसिंह भींडर के खिलाफ भीण्डर थाने में 2015 में विभिन्न धाराओं में दो मामले दर्ज हुए थे। दोनों मामलों में पुलिस ने एफआर पेश कर दी
2. भाजपा विधायक जसवंत यादव के खिलाफ 2015 में बहरोड थाने में मामला दर्ज हुआ था केस को पुलिस ने एफआर लगा कर बंद कर दिया। अब ये अलवर से सांसद का चुनाव लड़ रहे है
3. इसी तरह भाजपा विधायक ओटाराम देवासी के खिलाफ पाली के सादडी थाने में 2015 में दो मामले दर्ज हुए थे इन मामलों में पुलिस ने एफआर लगा दी। 4. भाजपा विधायक शंकर सिंह के खिलाफ पाली के तख्तगढ़ थाने में 2015में मामला दर्ज हुआ था इस पर भी पुलिस ने एफआर लगा दी।
5. भाजपा
विधायक मानवेंद्र सिंह के खिलाफ
जोधपुर पूर्व के रातानाड़ा थाने में 2015में मामला दर्ज हुआ था जिस पर भी पुलिस ने एफआर लगा दी। 6.
विधायक अमराराम के खिलाफ सीकर के रानौली थाने में 2016 में मामला दर्ज हुआ था जिस पर पुलिस ने एफआर लगा दी।
7.भाजपा
विधायक विजय बंसल के खिलाफ
जयपुर पूर्व के खोहनागोरियान थाने में 2016 में मामला दर्ज हुआ था जिन पर एफआर लगा दी गई। 8. भाजपा
विधायक मानसिंह गुर्जर के खिलाफ सवाई माधोपुर के गंगापुरसिटी थाने में 2016 में मामला दर्ज हुआ था। इसके अलावा उसके खिलाफ जोधपुर पूर्व के उदयमंदिर थाने में भी मामला दर्ज हुआ था दोनों मामलों पर एफआर लगा दी।
9. भाजपा विधायक बच्चूसिंह बंशीवाल के खिलाफ भरतपुर के रूदावल थाने में तीस सितम्बर 2017 में मामला दर्ज हुआ था जिसकी जांच की जा रही है। 10. भाजपा विधायक फूलचंद भिंडा के खिलाफ प्रागपुरा थाने में 2015 में दर्ज मामले में अनुसंधान जारी है। मामला गंभीर धारा में है।
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कांग्रेस नेता अशोक चांदना के खिलाफ 2015 में जयपुर के ज्योतिनगर थाने में मामला दर्ज हुआ था जिसकी जांच जारी है। इसके अलावा 2016 में उसके खिलाफ जयपुर के अशोक नगर थाने में दर्ज दो मामले की जांच भी अभी तक लम्बित है। वहीं पिछले साल सितम्बर में भी चांदना के खिलाफ ज्योति नगर थाने में मामला दर्ज हुआ था जो कि जांच में चल रहा है। पिछले साल ही जोधपुर के पूर्व के उदयमंदिर व करौली के कोतवाली थाने में भी चांदना के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था जो कि विचाराधीन है।
2.कांग्रेस विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीया के खिलाफ 2016 में बांसवाडा के आनंदपुरी थाने में मामला दर्ज हुआ था जिसकी जांच जारी है। 3. विधायक भजन लाल जाटव के खिलाफ पिछले साल सितम्बर में भरतपुर के भुसावर थाने में मामला दर्ज हुआ था जिसकी जांच चल रही है।
निर्दलीय विधायकों पर दर्ज मामले 1. विधायक किरौडी लाल के खिलाफ सवाई माधोपुर के चौथ के बरवाड़ा थाने में 2015 में मामला दर्ज हुआ था जो फिलहाल जांच में है। इसके अलावा 2016 में ही करौली के महिला थाने में भी उसके खिलाफ दर्ज मामला लम्बित है।
2. पूर्व विधायक बनवारी लाल कुशवाह के खिलाफ 2016 में श्रीगंगानगर के अनूपगढ़ थाने में दर्ज मामले की जांच चल रही है।