उन्होंने कहा कि मासूम बेटियों से बलात्कार की आए दिन घटनाएं और ये आंकड़ें भाजपा सरकार का असली चेहरा उजागर कर रहे हैं। साथ ही भाजपा के ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ नारे की असलियत बता रहे हैं।
आज हमारी बेटियां सुरक्षित नहीं- डोटासरा
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने राजस्थान पत्रिका की खबर शेयर करते हुए भजनलाल सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कुछ तो शर्म करो सरकार! भाजपा की निकम्मी सरकार और कमजोर कानून व्यवस्था का परिणाम है कि आज हमारी बेटियां गांव, घर और स्कूल में भी सुरक्षित नहीं है। एक के बाद एक छोटी-छोटी बच्चियों से दरिंदगी की घटनाएं प्रदेश को शर्मसार कर रही हैं, लेकिन मुख्यमंत्री जी आंखें मूंदकर बैठे हैं। डोटासरा ने कहा कि महिला सुरक्षा का वादा करके भाजपा सत्ता में आई लेकिन पिछले 1 साल में नाबालिग बच्चियों के साथ रिकॉर्ड अपराध और दरिंदगी की घटनाएं हुई हैं। उन्होंने बताया कि साल 2024 में प्रदेश की 1610 नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म हुआ है, जो पिछली कांग्रेस सरकार के समय 2023 की तुलना में 3.34% और 2022 की तुलना में 10.2% अधिक हैं।
उन्होंने कहा कि 2024 में प्रदेश में 7 हजार से ज्यादा महिलाओं से दरिंदगी और पॉक्सो एक्ट के मामले दर्ज हुए हैं लेकिन सरकार ना कानून व्यवस्था दुरस्त कर पाई और ना ही बेटियों को सुरक्षा दे पाई। मासूम बेटियों से बलात्कार की आए दिन घटनाएं और ये आंकड़ें भाजपा सरकार का असली चेहरा उजागर कर रहे हैं। साथ ही भाजपा के ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ नारे की असलियत बता रहे हैं।
जानें क्या है पूरा मामला ?
फलोदी जिले के एक गांव में स्कूल जा रही नाबालिग छात्रा का कार में अपहरण करने के बाद एक युवक ने बलात्कार किया। चालक पर सहयोग करने का आरोप लगाया गया। पुलिस ने दो युवकों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार व पोक्सो की धाराओं में मामला दर्ज किया है। पीड़िता के बयान दर्ज करने के साथ ही मेडिकल कराया गया है। एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है। दूसरे की तलाश की जा रही है।
आरोप है कि साढ़े तेरह साल की छात्रा मंगलवार सुबह दस बजे घर से सरकारी स्कूल जाने के लिए निकली थी। स्कूल के पास पहुंची तो कार में दो युवक आए और उसे जबरन रोका। एक युवक नीचे उतरा और मुंह पर हाथ रखकर जबरन कार में बिठाया। फिर कार लेकर रवाना हो गए। एक अन्य आरोपी कार चला रहा था। स्कूल से काफी दूर ले जाकर चालक ने कार रोकी और बाहर निकला। पीछे दूसरे आरोपी ने छात्रा से बलात्कार किया। इस दौरान चालक बाहर पहरा देता रहा। इस बीच, अपहरण की सूचना पर पुलिस के सक्रिय होने का पता लगने पर आरोपियों ने छात्रा को छोड़ दिया और भाग गए।
सड़क किनारे रोते हुए मिली पीड़िता
परिजन का आरोप है कि पीड़िता स्कूल नहीं पहुंची तो प्रशासन ने सुबह साढ़े ग्यारह बजे परिजन को फोन कर सूचना दी। माता पिता ने तलाश शुरू की, लेकिन पुत्री नहीं मिली। उन्होंने पुलिस कन्ट्रोल में सूचना दी और फिर थाने पहुंचकर पुत्री के गायब होने की जानकारी दी। थाने से निकलने के बाद तलाश के दौरान कोहरे में सड़क किनारे पीड़िता नजर आ गई। वह रो रही थी। माता-पिता ने उससे कारण पूछा तो उसने पूरी बात बताई।