आमतौर पर मानसून केरल के तट पर एक जून को पहुंच जाता है। इस बार अल नीनो और चक्रवाती तूफान के कारण यह सात दिन देर से पहुंचा है। मानसून पहुंचने की खबर से आमजन व किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। वे खरीफ सीजन के लिए बुआई की तैयारी शुरू करने वाले हैं। मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर.के. जेनामणि ने बताया कि इस बार मानसून झमाझम के साथ केरल पहुंचा।
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विभाग के अन्य वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार के मुताबिक मानसून की देरी का बारिश पर कोई असर नहीं होगा। हालांकि केरल में दो दिन से मानसून पूर्व की झमाझम बारिश हो रही है। मानसून दक्षिण अरब सागर और मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों, लक्षद्वीप, केरल, मन्नार की खाड़ी, बंगाल की खाड़ी, पुड्डुचेरी समेत कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ गया है।
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13 जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार प्रदेश में दो दिन अधंड़ के साथ मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। केंद्र ने शुक्रवार को जयपुर, अजमेर, नागौर, टोंक, सीकर, दौसा, भरतपुर, करौली, बूंदी, कोटा, बारां, धौलपुर, सवाईमाधोपुर जिले में बारिश, आकाशीय बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है।