जेडीए की टीम ने मौके का निरीक्षण किया। इसके बाद होटल पर मालिकाना हक जताने वाले परिवार ने खुद ही होटल के शटर गिरा दिए। इसके बाद जेडीए ने होटल गेट को सील कर नोटिस चस्पा कर दिया। होटल को अपना बताने वाले परिवार की उर्मिला अग्रवाल ने कहा कि हमने सुप्रीम कोर्ट में फैसले के खिलाफ रिव्यू याचिका दायर कर रखी है। इस पर 29 मई को सुनवाई होनी है। हमने जेडीए से रिव्यू याचिका पर सुनवाई होने तक सप्ताहभर की मोहलत मांगी थी, लेकिन जेडीए ने एक भी दिन की मोहलत नहीं दी।
ये आए जेडीए के कब्जे में
सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने के बाद जेडीए ने लक्ष्मी विलास होटल, कनक भवन और अस्तबल पर अधिकार जमाया है। इन चारों को मिलाकर करीब 28 हजार वर्ग मीटर भूमि जेडीए के कब्जे में आई है। इसमें लक्ष्मी विलास होटल की 18 हजार वर्ग मीटर, कनक भवन की 3750 वर्ग मीटर, गोल्फ कोर्ट और अस्तबल की करीब 6 हजार वर्ग मीटर जमीन शामिल है।