जयपुर

जयपुरी रजाइयों का सालाना कारोबार 300 करोड़, इस खासियत के चलते देश-विदेश में बढ़ी डिमांड

जयपुरी रजाइयों का सालाना घरेलू कारोबार 300 से 400 करोड़ रुपए के बीच है, जिससे हजारों लोगों को रोजगार मिलता है।

जयपुरDec 04, 2024 / 08:34 am

Lokendra Sainger

जयपुरी रजाइयां देश-विदेश में अपनी विशेषता और गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध हैं। इन रजाइयों का सालाना घरेलू कारोबार 300 से 400 करोड़ रुपए के बीच है, जिससे हजारों लोगों को रोजगार मिलता है। हालांकि इस क्षेत्र में व्यापार को और अधिक बढ़ावा देने के लिए क्वालिटी कंट्रोल के नियम बनाए जाने और जीएसटी में रियायत मिलने की आवश्यकता है।

यहां बनती हैं रजाइयां

जयपुरी रजाइयों का निर्माण मुय रूप से राजधानी के बासबदनपुरा, गंगापोल, घाटगेट, आमेर, जयसिंहपुरा खोर और दिल्ली रोड जैसे क्षेत्रों में हो रहा है। यहां छोटे-छोटे कारखानों में रूई की पिंदाई और भराई का काम किया जाता है। कई परिवार इस व्यवसाय से जुड़े हुए हैं।

नहीं मिल पा रही पूरी मजदूरी

जयपुरी रजाई का काम करीब 80 साल पुराना है। इसे तैयार करने में रूई की 4-5 बार पिंदाई की जाती है। महंगाई के बावजूद इस काम में मजदूरी पूरी नहीं मिल पाती है। सरकार को इसे लघु उद्योग का दर्जा देना चाहिए और कारीगरों को लोन जैसी सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए। –सलीम राठौड़, अध्यक्ष, जयपुर रजाई मजदूर यूनियन

जयपुर के प्रमुख बाजार और निर्यात

जयपुरी रजाइयों की बिक्री जयपुर के प्रमुख बाजारों में जैसे चौड़ा रास्ता, हवामहल बाजार, बापू बाजार, नेहरू बाजार और सांगानेर में खूब हो रही है। इसके साथ ही इन रजाइयों का निर्यात सीतापुरा से भी किया जा रहा है। बाजार में सिंगल बेड रजाइयों की कीमत 500 रुपए से लेकर 2000 रुपए तक है। डबल बेड रजाइयों की कीमत 1000 रुपए से 2000 रुपए तक होती है।
यह भी पढ़ें

राजस्थान में सरपंच चुनाव को लेकर आया बड़ा अपडेट, अगले महीने कार्यकाल हो जाएगा पूरा; अब आगे क्या?

जयपुरी रजाइयों का सालाना कारोबार 300 से 400 करोड़ रुपए का है। सरकार को इन रजाइयों की क्वालिटी कंट्रोल को लेकर नियम बनाने चाहिए और जीएसटी में छूट देनी चाहिए। इससे इस उद्योग में जुड़े लोगों को राहत मिलेगी और कारोबार को और गति मिलेगी। –विवेक भारद्वाज, उपाध्यक्ष, जयपुर रजाई व्यापार महासंघ के उपाध्यक्ष

#RisingRajasthanSummit में अब तक

राजस्थान में बनेगी सस्ती बिजली, सरकार यहां बनाने जा रही 4 सोलर पार्क; तिजोरी में आएंगे 5 हजार करोड़

जयपुरी रजाइयों का सालाना कारोबार 300 करोड़, इस खासियत के चलते देश-विदेश में बढ़ी डिमांड

नहीं शुरू हुआ वार्डों का परिसीमांकन, नए चकों को लेकर गाइडलाइन का इंतजार

हर साल हृदयघात से जा रही आधा सैकड़ा से ज्यादा जान

Rising Dausa Investors Meet: दौसा में खुलेंगे रोजगार के द्वार, 2100 करोड़ के MOU पर आज लगेगी मुहर

Rising Rajasthan: विभाग को मिली निजी बसें जयपुर लाने की जिम्मेदारी, बस ऑपरेटर्स का विरोध; रखी ये मांग

10 देशों के 13 बड़े औद्योगिक संगठनों से आस, शहरी प्लानिंग तकनीक से निखरेगी तस्वीर

Rising Rajasthan: इन 10 देशों के 13 बड़े औद्योगिक संगठनों से आस, शहरी प्लानिंग तकनीक से निखरेगी तस्वीर

सरकारी स्कूलों के हर काम में तय है अफसरों का कमीशन

Hindi News / Jaipur / जयपुरी रजाइयों का सालाना कारोबार 300 करोड़, इस खासियत के चलते देश-विदेश में बढ़ी डिमांड

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.