पुलिस ने बताया कि थाना इलाके में रहने वाली अंकिता नाम की युवती के साथ यह फ्रॉड हुआ है। अंकिता के फोन पर दो से तीन बार अनजान नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को ऑन लाइन कारोबार का एक्सपर्ट बताया और घर बैठे बेहद ही कम रकम से काम कर लाखों कमाने का ऑफर दिया। बाद में काम के बारे में ज्यादा जानकारी उसने व्हाट्सएप और टेलीग्राम ऐप के जरिए भेज दी। अंकिता की अनुमति मिलने के बाद उसने अंकिता को टेलीग्राम पर चल रहे टास्क ग्रुप में जोड़ लिया, जिसमें 621 से अधिक सदस्य थे। जालसाजों ने टास्क के नाम पर पैसे भेजने को कहा।
इसके बाद अंकिता ने अपने बैंक खाते से सबसे पहले एक हजार रुपए का ट्रांजेक्शन किया और उसके बाद यह ट्राजेक्शन बढ़ता चला गया। उसके बाद तीन हजार, फिर सात हजार और फिर 22 हजार रुपए भेजे। इसकी एवज में अंकिता को कुछ मुनाफा होने का लालच दिया गया और अंकिता से और पैसे लगवाए गए। उसके बाद एक अन्य बैंक खाते में अंकिता से एक लाख रुपए और डलवाए। पूरे इन्वेस्टमेंट का मुनाफा देने की बात पर कुछ रूपए और डलवाए। लालच बढ़ाते गए और दोपहर से शाम तक में अंकिता के बैंक खातों से 7 लाख 22 हजार छह सौ रुपए अपने खातों में ट्रांसफर करवा लिए। इस दौरान ठगों ने अंकिता के भाई को भी टारगेट कर लिया और दोनों के बैंक खातों से सात लाख से ज्यादा रकम निकलवा ली।
मुनाफे के नाम पर करीब पचास से साठ हजार रुपए उनको ट्रांसफर कर दिए और बाकि रकम उनके अंकाउट में दिखाई जाती रही, लेकिन वे लोग उसे निकाल नहीं सके। जब बाद- बार रुपए मांगे जाने लगे तो अंकिता और उसके भाई को फ्रॉड होने का शक हुआ। जानकारी की तो पता चला कि उनके खातों से छह लाख 77 हजार रुपए का फ्रॉड हो चुका है। ठगों से रुपया मांगा तो उन्होनें सारे फोन स्वीच ऑफ कर लिए। बाद में इसकी सूचना पुलिस को दी गई।