आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने 269 छात्रों को डिग्री दी
उच्च शिक्षा संस्थान आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ( IIHMR University ) ने अपने 7वें दीक्षांत समारोह में 269 छात्रों को एमबीए और पीएचडी की डिग्री प्रदान की। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए दीक्षांत समारोह का आयोजन वर्चुअल मोड में किया गया। एक प्रमुख स्वास्थ्य और अनुसंधान यूनिवर्सिटी के रूप में प्रतिष्ठित आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य नीतियों ( health policies ) और कार्यक्रमों में 800 से अधिक शोध परियोजनाओं और अध्ययनों का आयोजन किया है।
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने 269 छात्रों को डिग्री दी
जयपुर। उच्च शिक्षा संस्थान आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने अपने 7वें दीक्षांत समारोह में 269 छात्रों को एमबीए और पीएचडी की डिग्री प्रदान की। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए दीक्षांत समारोह का आयोजन वर्चुअल मोड में किया गया। एक प्रमुख स्वास्थ्य और अनुसंधान यूनिवर्सिटी के रूप में प्रतिष्ठित आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य नीतियों और कार्यक्रमों में 800 से अधिक शोध परियोजनाओं और अध्ययनों का आयोजन किया है। यूनिवर्सिटी ने हॉस्पिटल और हेल्थ मैनेजमेंट, फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट और रूरल मैनेजमेंट में 260 छात्रों को एमबीए की डिग्री प्रदान की, जबकि 9 छात्रों ने पीएच डी की डिग्री हासिल की।
एनएएसआई-आईसीएमआर चेयर ऑन पब्लिक हेल्थ रिसर्च, राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (आरयूएचएस), जयपुर और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, मदुरै के प्रेसीडेंट डॉ. विश्व मोहन कटोच ने दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। प्रसिद्ध हेल्थकेयर उद्यमी और अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप की जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. संगीता रेड्डी और यूएस स्थित हेल्थकेयर स्टार्टअप डे टू डे हेल्थ के फाउंडर और सीईओ प्रेम शर्मा ने दीक्षांत समारोह को विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित किया। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन डॉ. एसडी गुप्ता ने की, जबकि आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के प्रेसीडेंट डॉ. पीआर सोडानी ने प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।
एनएएसआई-आईसीएमआर चेयर ऑन पब्लिक हेल्थ रिसर्च, राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (आरयूएचएस), जयपुर और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, मदुरै के प्रेसीडेंट डॉ. विश्व मोहन कटोच ने इस अवसर पर उच्च शिक्षा के व्यापक उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘ग्रेजुएशन करने वाले प्रत्येक छात्र के लिए आज शिक्षा के उद्देश्य पर विचार करना महत्वपूर्ण है। एक बात जो शिक्षा और विशेष रूप से उच्च शिक्षा के मूल में बनी हुई है, वह यह है कि आप लोगों के जीवन की गुणवत्ता में वांछित सुधार के लिए अपने पेशे, काम और जीवन में कितनी अच्छी तरह समस्याओं को हल कर सकते हैं।Ó कोविड-19 के चुनौतीपूर्ण समय के दौरान छात्रों को उनकी कड़ी मेहनत के बल पर डिग्री हासिल करने पर बधाई देते हुए उन्होंने विद्यार्थियों से अपने संबंधित डोमेन में स्थिति में सुधार के लिए समर्पित रूप से काम करने का भी आग्रह किया।
हेल्थकेयर उद्यमी और अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप की जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. संगीता रेड्डी ने कहा कि आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी एक प्रतिष्ठित संस्थान है और ऐसे विशेषज्ञों के साथ देश और दुनिया की मदद कर रहा है, जो स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को विकसित करने में मदद कर रहे हैं। कोविड-19 महामारी एक ऐसी घटना है, जो कई सालों में एक बार होती है, लेकिन आज इस घटना ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को केंद्र स्तर पर ला दिया है। यह वास्तव में एक ऐसा क्षण है जहां हर एक व्यक्ति ने अपने स्वास्थ्य और अपनी क्षमता के संबंध के बारे में सोचा है। इसी तहर आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के स्नातक आज समुदाय, देश और विश्व को स्वस्थ रखने की प्राथमिक जिम्मेदारी उठाने वाले लोगों की श्रेणी में शामिल हो गए हैं। आज जरूरत इस बात की है कि हम यथास्थिति को बदलें और स्वास्थ्य सेवा के प्रतिमान में भी बदलाव लाने का प्रयास करें। विशेष बात यह है कि मिलेनियल्स की यह पीढ़ी लोगों को जीवित, स्वस्थ रखने के लिए विज्ञान, टैक्नोलोजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और आईओटी का उपयोग करने के लिए पूरी तरह से लैस है।
हेल्थकेयर स्टार्टअप डे टू डे हेल्थ के फाउंडर और सीईओ प्रेम शर्मा ने सभी फ्यूचर लीडर्स को अपनी नई यात्रा शुरू करने के लिए बधाई दी और कहा, ‘तकनीक की दुनिया में होने वाले इनोवेशन के कारण विश्व अर्थव्यवस्था बदल रही है, भौगोलिक सीमाएं गायब होने से दुनिया भर के उद्योग और व्यवसाय मौजूदा मानदंडों को तोडऩे के लिए प्रेरित हो रहे हैं। दुनिया से संबंधित अधिकांश जानकारी जिसे हम जानते हैं, पिछले 10 वर्षों में बनाई गई है और आज हम जो काम कर रहे हैं, इनमें से अधिकांश नौकरियां लगभग 10 साल पहले मौजूद नहीं थी। स्नातक करने वाले छात्र इन क्रांतिकारी परिवर्तनों का हिस्सा होंगे, क्योंकि कोविड-19 के कारण कारोबारी माहौल की अनिश्चितता और जटिलताएं बढ़ गई हैं। हेल्थकेयर और फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट हर समाज और देश के लिए जरूरी हो गया है। किसी भी देश के संतुलित और समान विकास के लिए ग्रामीण विकास एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। आज जब हम प्रभावी डवलपमेंट सोल्यूशंस की बात करते हैं, तो हमारा संकेत एसडीजी विजन 2030, स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन और ग्रामीण विकास की ओर भी होता है।Ó
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