यात्रियों को मिलेगा यह फायदा
जीपीएस सिस्टम लगने के बाद यात्री एप पर देख सकेंगे कि उसके आसपास कितनी रोडवेज बसों का संचालन हो रहा है। इसके अलावा जिस बस का टिकट यात्री ने बुुक कराया है, एप के जरिए पता चलेगा कि वह बस कितनी देर में बस स्टैंड आएगी और कहां, किस रूट पर चल रही है। इससे यात्रियों के समय की भी बचत होगी। यात्री बसों के समय के हिसाब से बस स्टैंड पहुंचेंगे।
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ओवरस्पीड, तेज ब्रेक और घुमाव का पता चलेगा
जीपीएस सिस्टम लगने के बाद रोडवेज प्रबंधक की ओर से भी बसों की मॉनिटरिंग होगी। जीपीएस में ऐसे फीचर लगाए गए हैं कि बसों की ओवरस्पीड, तेज ब्रेक और तेज गति से घुमाव का भी पता चलेगा। कितनी देर बस चालू हालत में खड़़ी रही, इसकी सूचना भी रोडवेज प्रशासन को पता चलेगी। इससे बसों में ईधन की बचत होगी। इसी के साथ चालक की स्किल का भी पता लगेगा।
अभी यह होगी है दिक्कत
अभी बसों की मॉनिटरिंग नहीं की जा रही है। यात्रियों को बसों के समय की भी सूचना नहीं मिलती। यात्री घंटों तक बस स्टैंड पर खड़े होकर बसों का इंतजार करते हैैं। इसके अलावा चालक मनमानी से बसों को तेज गति से चलाते हैं। कई बार यात्रियों की ओर से भी शिकायतेें भी मिलती है।
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यह है फैक्ट फाइल
3200 बसों का संचालन किया जा रहा है।
500 बसों की खरीदने की प्रक्रिया जारी है
58 डिपो हैं रोडवेज के पास