इस सुविधा के बदले इन ट्रेनों में यात्रियों से अतिरिक्त शुल्क नहीं वसूला जाएगा। शुरूआत में यह सुविधा बतौर पायलट प्रोजेक्ट देशभर की प्रमुख 45 ट्रेनों में शुरू की जाएगी। इन ट्रेनों में आधा दर्जन ट्रेनों
राजस्थान में आवागमन करती है। यह सभी लंबी दूरी की ट्रेनें हैं।
उपरेलवे के अधिकारियों का कहना है कि बोर्ड से निर्देश मिल गए हैं लेकिन किन-किन ट्रेनों में सर्वप्रथम यह सुविधा शुरू होगी इसकी जानकारी लिस्ट आने के बाद ही पता चल सकेगी। नियम लागू होंगे: यात्री चार्ट बनने से पहले ही प्री- बुकिंग को रद्द करवा सकेंगे।
इस समय होगी डिलीवरी
यात्रियों को सफर में रेल नीर सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक। चाय-कॉफी सुबह 6 से 10 बजे व शाम 4 से शाम 7 बजे तक। नाश्ता सुबह 6 से 10 बजे तक। लंच दोपहर 1 से 3 तक और डिनर शाम 7 से रात 10 बजे तक मिलेगा।
उसके बाद पुर्नभुगतान नहीं होगा। ट्रेन के छूटने के 48 घंटे पहले ऑर्डर रद्द करने पर खाने के 10 व नाश्ते के 5 रूपए बतौर पुर्नभुगतान वसूला जाएगा। यदि यात्री ट्रेन में सफर के दौरान बुकिंग करवाते हैं तो उन्हें किसी प्रकार का पुर्नभुगतान भी नहीं मिलेगा। वो ऑर्डर कैंसिल भी नहीं करवा सकेंगे। संबंधित फर्म भोजन उपलब्ध नहीं करवा पाती है तो पूरा पुर्नभुगतान दिया जाएगा।
सख्ती…शिकायत पर वसूला जाएगा जुर्माना
भुगतान डिजिटल पेमेंट के जरिए किया जाएगा। वेबसाइट व ऐप पर सुविधा उपलब्ध होगी। यात्री की शिकायत पर डिलिवरी करने वाली फर्म से जुर्माना वसूला जाएगा। वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को टिकट कंफर्म होने के बाद एसएमएस से लिंक प्राप्त होगा। उसके बाद ही इसका लाभ उठा सकेंगे।
रेलवे बोर्ड को मेल, सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनों में खाने की गुणवत्ता में कमी और देरी से खाना मिलने सहित कई शिकायतें लगातार मिल रही थी। लंबे समय से यात्री इन ट्रेनों में खाना-नाश्ते की प्री-बुकिंग की सुविधा शुरू करने की मांग भी कर रहे थे।
रेलवे ने अब समस्त जोनल रेलवे बोर्ड को सेंटर फॉर ऱेलवे इनफोरमेशन सिस्टम में भी प्री बुकिंग सुविधा देने के लिए एनजीईटी प्लेटफॉर्म पर ई आधार @ पेंट्री मॉड्यूल समस्त जोनल रेलवे को तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।