कैसे हो रही है ठगी
■ ठग ‘रिमोट एक्सेस ऐप्स’ का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे ऐप की फाइल एपीके फॉर्मेट में आती है। आकर्षक डिजाइन में ई-कार्ड भेजा जाता है। इसके लिंक में मेलवेयर छिपाते हैं।■ लिंक पर क्लिक करते ही फोन में मेलवेयर इंस्टॉल हो जाता है, जो आपके मोबाइल में छिपे बैंकिंग ऐप्स और पासवर्ड तक पहुंच जाता है।
■ पीड़ित की कॉन्टैक्ट लिस्ट तक पहुंचकर अन्य लोगों को भी ठगी का शिकार बनाने की कोशिश की जाती है।
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ओटीपी-मैसेज नहीं आया
सांगानेर निवासी सोमिल के अनुसार, अज्ञात नंबर से उनके वाट्सऐप पर शादी का ई-कार्ड आया। उन्होंने लिंक पर क्लिक किया और बाद में नंबर ब्लॉक कर दिया। लेकिन उनके खाते से 10,000 रुपए गायब हो गए। उन्हें कोई ओटीपी या मैसेज नहीं मिला।ये रखें ध्यान
■ अनजान लिंक या एपीके फाइल पर क्लिक न करें।■ फोन की सेटिंग्स में चैक करें कि कोई अनजान ऐप तो इंस्टॉल नहीं है।
■ साइबर ठगी होने पर हेल्पलाइन नंबर 1930 या पोर्टल cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करवाएं।
■ फोन को अपडेटेड रखें।