कच्चा तेल चढ़ा, पेट्रोल-डीजल के दामों में बन रहा दबाव
घरेलू और विदेशी बाजारों की जोरदार मांग
घरेलू और विदेशी बाजारों में मांग बढ़ने के कारण जीरे की कीमतों में आग लगी हुई है। जीरे के अन्य मसालों के भाव भी पिछले साल की तुलना में इस बार ज्यादा तेज हैं। बाजार के जानकारों का अनुमान था कि राजस्थान से जीरे के 44 लाख बैग एवं गुजरात से 26 लाख बैग आ सकते हैं। मगर बेमौसम की बारिश ने जीरे की फसल को चौपट करके रख दिया है। वर्ष 2022 में विदेशी बाजार में जीरा 2800 डॉलर प्रति टन बिक रहा था, जबकि इस बार यह भाव 4000 डॉलर प्रति टन तक पहुंच गया है। भारतीय किसानों के लिए अच्छी खबर यह है कि पिछले तीन साल से सीरिया, तुर्की और ईरान से जीरे का निर्यात गिरा है।