मदन दिलावर हटाए गए
वसुंधरा राजे के आलोचक विधायक मदन दिलावर, नवीनतम सूची से हटा दिया गया है। मदन दिलावर भाजपा की पिछली कार्यकारिणी में थे। दिलावर को राजे के कार्यकाल के दौरान दरकिनार कर दिया गया था। लेकिन पूर्व राज्य भाजपा प्रमुख सतीश पूनिया के समय में उन्हें वापस शामिल कर लिया गया था।
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सांसद दीया कुमारी का स्थान बरकरार
इस बीच भाजपा की राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने पदाधिकारियों की सूची में अपना स्थान बरकरार रखा है।बीजेपी सूत्रों ने बताया कि नए नाम सोशल इंजीनियरिंग समीकरणों को देखते हुए शामिल किए गए हैं।
नई सूची में 11 प्रदेश उपाध्यक्ष
नई 29 सदस्यीय सूची में 11 प्रदेश उपाध्यक्ष, पांच महासचिव, 11 सचिव, एक कोषाध्यक्ष और एक सह.कोषाध्यक्ष हैं। पार्टी नेताओं ने कहा, चुनाव से ठीक पहले सोशल इंजीनियरिंग हासिल करने के लिए 29 सदस्यीय कार्यकारी समिति में ओबीसी, एमबीसी, एससी और एसटी पर जोर दिया गया है। राजस्थान विधानसभा चुनाव दिसंबर में होने वाले हैं।
वर्ष 2020 के बाद अब हुआ गठन
यह कदम सी पी जोशी के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का पद संभालने के तीन महीने बाद आया है। वर्ष 2020 में सतीश पूनिया के कार्यकाल भाजपा राज्य कार्यकारिणी का गठन हुआ था। सतीश पूनिया ने 2019 और 2023 के बीच समिति का नेतृत्व किया था। उसके बाद अब नई भाजपा राज्य कार्यकारिणी गठित की गई है।
सोशल इंजीनियरिंग पर जोर
सूची में ओबीसी और एमबीसी (सबसे पिछड़ा वर्ग) नेताओं के साथ-साथ जाट, गुज्जर, यादव, बिश्नोई, कुमावत और सैनी जातियों के नाम शामिल किए गए हैं। और इसी तरह अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदायों के नाम भी शामिल हैं। चुनाव से ठीक पहले सोशल इंजीनियरिंग हासिल करने के लिए पिछड़ी जातियों, एससी और एसटी पर जोर दिया गया है।
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वसुंधरा राजे के समर्थक भी शामिल
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